शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार पर भड़के चिराग: पीड़ित परिवार से की मुलाकात, बोले- हवामहल से बाहर निकलकर CM करें शराबबंदी की समीक्षा

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मुजफ्फरपुर18 मिनट पहले

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चिराग पासवान, नेता, लोजपा(रामविलास)

मुजफ्फरपुर जिले के कांटी प्रखंड में पिछले दिनों जहरीली शराब से छह लोगों की मौत के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। दो दिन पूर्व जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने पीड़ित परिवार से मिलकर शोक प्रकट किया था और सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। शुक्रवार की शाम चिराग पासवान ने भी सिरसिया और बरियारपुर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन लोगों को सांत्वना दी। बेटियों की शादी और बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा अपने सिर पर लिया।

शराब की हो रही होम डिलवरी

मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने जमकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने हवामहल से बाहर निकलकर शराबबंदी की समीक्षा करें। शराबबंदी को पूरी तरह विफल बताते हुए कहा कि होम डिलीवरी हो रही है। लेकिन, CM को ये सब नहीं पता। क्योंकि वे हवा महल में रहते हैं। CM कहते हैं कि जो शराब पी रहा है वो दोषी है। ये तो एक्शन पर रिएक्शन वाली बात हो गयी। ये समय है एक्शन लेने का। इसकी जड़ तक जाने का। ये पता लगाएं न कि शराब कहां से आ रही है और कहां बन रही है।

चुनाव होता तब आते CM
मुख्यमंत्री को आना चाहिए था यहां पर। उनके मंत्रिमंडल के लोग आते। लेकिन, चुनाव नहीं है तो किसी को क्या फर्क पड़ता है। चुनाव होता तो सबसे पहले मुख्यंन्त्री आते। लेकिन, कोई बिहारी जिए या मरे। इससे उन्हें क्या फर्क पड़ता है। थानेदार पर या पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने से क्या होगा। बड़े स्तर पर कार्रवाई कीजिये। ये तो खानापूर्ति करने वाली बात हो गयी।

25 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग
पीड़ित परिवार को 25 लाख मुआवजा देने की मांग की। इसके साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी सरकार से उन्होंने की। कहा कि घर के कमाऊ सदस्य की मौत हुई है। तो सरकार का ये फर्ज बनता है कि उन्हें हर स्तर पर सहयोग करें। वैसे तो ये सरकार गूंगी बहरी है। न किसी की सुनती है और न कुछ करती है। अगर इन परिवारों को सहायता नहीं मिली तो ये मान लेना चाहिए कि आने वाले दिनों में जितनी भी मौत जहरीली शराब से होंगी। उसके जिम्मेवार CM नीतीश कुमार होंगे।

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