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पटना41 मिनट पहले
केशरी नगर, पटना स्थिति श्री विजय राघव मंदिर में मां राजराजेश्वरी का द्वितीय वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां कलश स्थापना के साथ भजन आदि का आयोजन भी किया जा रहा है। व्यवस्थापक संजय तिवारी ने बताया कि दुर्गापूजा सप्तमी के दिन पूजन -आरती के बाद सूजी के हलुए का भोग लगाया जाएगा।
6 अक्टूबर को रात 10 बजे तक चलेगा पूड़ी, सब्जी, बुंदिया का भंडारा
बताया कि अष्टमी के दिन खीर का भोग लगाया जाएगा। नवमी पूजा के दिन खिचड़ी का भोग लगेगा। दशमी को विसर्जन के बाद एकादशी के दिन 6 अक्टूबर को शाम में शांति पूजा का आयोजन किया गया है। इसी दिन पूड़ी, सब्जी, बुंदिया के भंडारा का आयोजन किया गया है। भंडारा रात 10 बजे तक चलेगा।
अभयमुद्रा वाली मां राजराजेश्वरी की मूर्ति
मंदिर में मां राजजेश्वरी का श्रृंगार खूबसूरती के साथ किया गया है। मंदिर के ऊपरी तल पर कलश स्थापना किया गया है। पंडित संजय तिवारी ने बताया कि वर्ष 2000 में श्री विजय राघव मंदिर में मां राज राजेश्वरी की अभय मुद्रा वाली मूर्ति की स्थापना की गई थी। तब बनारस से भी पंडित बुलाए गए थे और सप्तचंडी यज्ञ कराया गया था। सफेद संगमरमर की साढ़े तीन फीट की मूर्ति बनारस के कारीगरों ने तैयार की है। मां राज राजेश्वरी केशरीवाला मां की मूर्ति शेर की सवारी करती दिख रही हैा। अभयमुद्रा वाली मूर्ति भक्तों को आशीर्वाद देती हुई है। इस वर्ष द्वितीय वार्षिकोत्सव मनाया जा रहा है। वे कहते हैं कि मां से आशीर्वाद लेने लोग दूर-दूर से आ रहे हैं।
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