[ad_1]
पूर्णिया4 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
समाजसेवी की तत्परता ने लड़की को देह व्यापार से बचाया।
कड़ाके की ठंड को देखते हुए समाजसेवी रविंद्र कुमार साह प्रतिदिन अपने सहयोगियों के साथ कंबल बांटते हुए रेलवे जंक्शन पहुंचे। जंक्शन के अंदर जरूरतमंद लोगों को कंबल देते हुए उन्होंने देखा कि एक लड़की कोने में बैठ के चादर से अपना मुंह ढक के सिसकते हुए रो रही थी। कंबल देने के क्रम में रविंद्र कुमार साह उसके पास पहुंचे और उनसे बात करने की कोशिश की। लेकिन वह कुछ बोल नहीं पा रही थी। काफी घबराई और डरी हुई थी।
इसी बीच रविंद्र कुमार ने उस लड़की से मोबाइल लेकर उन नंबरों पर कॉल किया जिनसे उसको बार-बार फोन आ रहा था। बातचीत से पता चला कि एक व्यक्ति जो अपने आप को इस लड़की का नाना बता रहे थे। वह इस लड़की को अपने पास जालंधर से बुला रहे थे। वह खुद पश्चिम बंगाल से है। काफी देर तहकीकात करने के बाद रविंद्र कुमार और उनके साथियों को लगा कि यह लड़की बहला-फुसलाकर इसे बंगाल भेजा जा रहा है। लोगों के भीड़ इकट्ठा होते देख दलाल महिला वहां से भाग गई।
रविन्द्र ने लड़की को दलाल के चंगुल से बचाकर लाइन बाजार स्थित मिल्लत फाऊंडेशन ले गए। वहां पता चला कि वह एक मुस्लिम नाबालिग लड़की थी। पूछताछ के दौरान लड़की ने घर को बनमनखी बताया।
लड़की ने बताया कि उसे बनमनखी के एक महिला ने बहला फुसलाकर और लालच देकर पश्चिम बंगाल लेकर जा रही थी। तभी इसका भंडाफोड़ हो गया और वह बिकने से बच गई। मिल्लत फाऊंडेशन के सदस्यों ने लड़की के परिवार वालों से संपर्क कर पूर्णिया बुलाया और लड़की को परिजनों के हवाले कर दिया है।
[ad_2]
Source link