Home Bihar सहेली-टीचर खोलेंगे रेप-मर्डर का राज: छोटी बहन ने भास्कर रिपोर्टर को बताया- किताब में गंदा बात का पुर्जी देख दीदी बहुत रोई थी

सहेली-टीचर खोलेंगे रेप-मर्डर का राज: छोटी बहन ने भास्कर रिपोर्टर को बताया- किताब में गंदा बात का पुर्जी देख दीदी बहुत रोई थी

0
सहेली-टीचर खोलेंगे रेप-मर्डर का राज: छोटी बहन ने भास्कर रिपोर्टर को बताया- किताब में गंदा बात का पुर्जी देख दीदी बहुत रोई थी

[ad_1]

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

बेगूसराय30 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
  • FIR के 4 दिन में भी 3 KM के अंदर पुलिस नहीं ढूंढ़ सकी
  • 17 की शाम सिउरी में कोरिया घाट पर मिली लड़की की लाश

“कोचिंग में सहेली दीदी के किताब में कुछ डाली थी। गंदा बात लिखकर उसके किताब में रखा हुआ था। सर बोले हिंदी किताब निकालो तो उसको पुर्जी में लिखा गंदा बात दिख गया। वह रोने लगी तो हाथ से पुर्जी छीन लिया। ये बात मम्मी-पापा को सर जी बताने नहीं बोले। शंकर नाम है टीचर का।”- भास्कर टीम से बातचीत में रेप-मर्डर की शिकार 11 साल की लड़की की छोटी बहन ने ‘सुराग’ दे दिया है। 13 फरवरी से गायब बच्ची के अपहरण की प्राथमिकी 14 फरवरी को दर्ज करने के बावजूद 17 फरवरी के दिन तक बेगूसराय की वीरपुर पुलिस 3 किलोमीटर के दायरे में उसे नहीं ढूंढ़ सकी थी। शाम को सिउरी में कोरिया घाट पर छठी की छात्रा की लाश बरामद की गई। रेप की आशंका के साथ।

पढ़ने अंदर भेजे तो निकल गई बिस्कुट लेने

13 फरवरी की शाम मंझौल रूट पर भवानंदपुर से बच्ची गायब हुई थी। 11 साल की बेटी की ऐसी मौत पर रोती हुई मां ने बताया- हमको शाम में बोली कि बिस्कुट खाना है, पैसा दो। हम बोल कि नहीं है पैसा, दोनों बहन अंदर जाकर पढ़ो। छोटी बेटी पापा के साथ खाना खा ली तो उसी को बोले कि दीदी को बुला लो। वह बुलाने गई तो आकर बताई कि दीदी अंदर नहीं थी। शाम 6 या साढ़े 6 हुआ होगा। उस समय। पता चला कि बिस्कुट लाने के लिए निकली है।

उस शाम दुकान वाली ने अंतिम बार देखा था

घर से 10 कदम पर एक दुकान है। अक्सर उस दुकान पर बिस्कुट-नमकीन लाने के लिए जाती थी। 13 फरवरी को वहां दुकान वाली महिला नहीं थी, इसलिए आगे बढ़ गई। भास्कर ने उस महिला दुकानदार से भी भेंट की। उसने बताया- उससे भेंट हुई थी। उसने कहा कि आप दुकान पर नहीं थे, इसलिए आगे बढ़ गए। आगे वह कहां गई और फिर कौन-किधर ले गया, किसी को नहीं पता चल रहा। गांव में कैमरा (CCTV) तो लगा नहीं है!

अच्छी स्टूडेंट थी, स्कूल में आगे ही बैठती थी

पहचान छिपाने के उद्देश्य से भास्कर उस लड़की के स्कूल का नाम नहीं ला रहा, लेकिन घर से 150 मीटर दूर स्थित सरकारी स्कूल के दो शिक्षकों से भी बात की। एक शिक्षक ने बताया कि लड़की पढ़ने में मीडियम से अच्छी थी। क्लास में आगे ही बैठती थी। स्कूल के अंदर मिले दूसरे शिक्षक ने रजिस्टर देखकर बताया कि कोरोना के कारण एक दिन छोड़कर स्कूल आना होता है, इसलिए 12 को आई थी और 13 को नहीं।

(इनपुट: जितेंद्र कुमार)

[ad_2]

Source link