Home Bihar सासाराम सदर अस्पताल फिर पानी-पनी: पिछले साल डूबा था जनरल वार्ड; अब मूसलाधार बारिश से अस्पताल परिसर हुआ जलमग्न

सासाराम सदर अस्पताल फिर पानी-पनी: पिछले साल डूबा था जनरल वार्ड; अब मूसलाधार बारिश से अस्पताल परिसर हुआ जलमग्न

0
सासाराम सदर अस्पताल फिर पानी-पनी: पिछले साल डूबा था जनरल वार्ड; अब मूसलाधार बारिश से अस्पताल परिसर हुआ जलमग्न

[ad_1]

रोहतास13 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
सासाराम सदर अस्पताल में बाइक से वार्ड तक जाते मरीज। - Dainik Bhaskar

सासाराम सदर अस्पताल में बाइक से वार्ड तक जाते मरीज।

  • घुटने भर पानी में अस्पताल परिसर में जाने और आने को मजबूर हैं मरीज
  • जलजमाव निकासी की अस्पताल के पास कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं

रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम का सदर अस्पताल मूसलाधार बारिश के कारण तालाब में तब्दील हो गया है। पूरे परिसर में 1-2 फुट, तो कहीं इससे भी अधिक पानी जमा है। आलम यह है कि मरीज तथा उनके परिजन पानी में उतर कर आ-जा रहे हैं। वहीं कई लोगों की गाड़ियां पानी में फंस रही हैं। पूरा परिसर पानी-पानी हो गया है। सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे शहर की सूरत-ए-हाल बिगाड़ कर रख दिया है।

अस्पताल का नजारा।

अस्पताल का नजारा।

यह जो नजारा आप देख रहे हैं यह सदर अस्पताल का है। जिले के सबसे बड़े अस्पताल की आप हालत देख रहे हैं। मानसून की पहली बारिश ने हीं तमाम व्यवस्थाओ की पोल खोल दी है। इस संबंध में रोहतास के सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार ने कहा कि जब तक अस्पताल के बाहर नाले का निर्माण पूरा नहीं हो जाता है, तब तक समस्या बनी रहेगी। पानी निकासी के लिए सोकपिट निर्माण की भी योजना है, क्योंकि पहले से जो सोकपिट बना है, वह बेहतर तरीके से कार्य नहीं कर रहा है। साथ ही पंपिंग सेट के माध्यम से भी पानी निकासी का प्रयास किया जा रहा है।

फंसी हुई गाड़ी निकालता युवक।

फंसी हुई गाड़ी निकालता युवक।

हर साल बरसात में अस्पताल का हो जाता है यही हाल
सासाराम सदर अस्पताल का बरसात में हर साल अमूमन यही हाल रहता है। इस मौसम में पूरा सदर अस्पताल परिसर जलमग्न रहता है जिससे, यहां इलाज कराने आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्यादा बारिश होने के कारण कभी-कभी तो वार्ड के अंदर भी पानी घुस जाता है, जिससे कई प्रकार के संक्रमण का खतरा बना रहता है। फिलहाल अस्पताल में जल निकासी के लिए नाले का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन इसकी रफ्तार काफी धीमी है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link