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- Raj Bhavan March Of BJP Leaders In Patna, Bail Plea Of Former MLA Rejected… Section Of Murder Also Raised
पटना3 मिनट पहले
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सासाराम में दंगा भड़काने के आरोप में भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी हुई है। भाजपा ने इस गिरफ्तारी के विरोध में राजभवन मार्च किया और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में यह मार्च निकाला गया।
राजभवन पहुंचकर नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की है। राजभवन से मुलाकात के बाद भाजपा ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। सीएम नीतीश कुमार पर जुबानी हमला भी किया है।
सम्राट चौधरी ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार ने जान-बूझकर सासाराम में रामनवमी की जुलूस में सुरक्षा प्रदान नहीं की। इसके कारण सासाराम और नालंदा में दंगा की घटना घटी है। सरकार ने दोनों जगहों पर षड्यंत्र रचा है। दोनों जगह की घटनाओं की जांच सीबीआई, ईडी या हाईकोर्ट के जज से कराई जाए।
बयान पर जदयू का पलटवार
इधर, जनता दल यूनाइटेड ने उनके मांग पर पलटवार किया है। मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को यह मांगें कहीं उल्टी ना पड़ जाए। भाजपा समझ ले। पता है न, जवाहर प्रसाद के कारनामे क्या-क्या हैं? सासाराम में भड़की हिंसा में भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी हुई है।
दरअसल, बिहार शरीफ और सासाराम में रामनवमी के मौके पर हिंसा भड़की थी। दोनों शहर में कई दिनों तक इंटरनेट ठप रहा था। सासाराम और बिहारशरीफ में कई लोगों की गिरफ्तारी हुई है। सासाराम में भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की भी गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने जवाहर प्रसाद को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पूर्व विधायक की जमानत याचिका खारिज, हत्या की धारा भी जोड़ी
इधर आज सासाराम में व्यवहार न्यायालय ने पूर्व भाजपा विधायक जवाहर प्रसाद समेत 17 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने पुलिस के आवेदन को स्वीकार करते हुए आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा 302 को भी जोड़ दिया है। इसके बाद सासाराम नगर थाना कांड संख्या 275/2023 और भी गंभीर हो गया है।
क्या है मामला…
बता दें कि 31 मार्च को रामनवमी जुलूस के बाद सासाराम में हुई हिंसा, आगजनी मामले में पूर्व विधायक को पिछले 29 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। सासाराम नगर थाना में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार दो समुदायों में पत्थरबाजी एवं आगजनी की घटना हुई थी। इसमें दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायलों में एक राजा चौधरी नाम के युवक की इलाज के दौरान वाराणसी में मौत हो गई थी।
राजा चौधरी की मौत मामले में ही पुलिस ने केस में हत्या की धारा जोड़ने का कोर्ट से आग्रह किया था। कोर्ट ने आज इसे स्वीकार कर लिया है। अब इस मामले में पुलिस उन लोगों की जमानत भी खारिज कराने का आवेदन कोर्ट में देगी, जिन्हें पहले से जमानत मिल गई है।
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