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पूर्णिया15 मिनट पहले
पूर्णिया के सदर अस्पताल अब मेडिकल कॉलेज में अपग्रेड हो गया है। काॅलेज में अस्पताल भी है जहां मरीजों का इलाज होता है। हर रोज करीब 1500 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते है। इतना ही नहीं बल्कि जिला स्वास्थ्य समिति से लेकर अस्पताल व काॅलेज में दो हजार से अधिक लोग अपने विभिन्न कामों से आते हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल परिसर भगवान भरोसे है।
पूर्णिया के मेडिकल कॉलेज अस्पताल 385 करोड़ के लागत से बन रहा है। अस्पताल परिसर पूरी तरह हाईटेक रहने के दावे किये जा रहे हैं। अस्पताल में मरीजों का इलाज तो दूर सुरक्षा व्यवस्था तक नहीं है। उचक्के अस्पताल में घूमते रहते हैं। पलक झपकते ही मरीज व उनके परिजनों का मोबाइल, रुपये, सामान, साइकिल व बाइक गायब हो जाते हैं। आज सुबह भी दो परिजनों का वार्ड से कीमती मोबाइल फोन, 3 साइकिल व एक बाइक की चोरी हो गई।
22 सीसीटीवी कैमरे एक साल से ख़राब
अस्पताल परिसर में निगरानी के लिए चप्पे चप्पे पर 32 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लेकिन इन में 22 कैमरे एक साल से काम नहीं कर रहा। इस बात का खुलासा तब हुआ जब रविवार को वार्ड से एक बच्चे हो गए। जब पुलिस सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने आए तो कैमरे बंद पाया गया। यहां तक कि वार्डों की सुरक्षा के लिए आउटसोर्सिंग के द्वारा 40 सुरक्षा गार्ड भी रखा गया है। फिर भी अस्पताल सुरक्षित नहीं।
कहते हैं अधिकारी
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधिक्षक डॉ बरूण कुमार ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में लगे अधिकतर कैमरे के वायर खराब हो गया है। कंपनी को जल्द से जल्द कैमरे चालू करने के लिए कहा गया है।
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