Home Bihar सृजन घोटाले मामले में ईडी ने की कार्रवाई: सृजन घोटाले के 22 आरोपियाें पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में की पहली चार्जशीट; चार्जशीट में मनोरमा एंड फैमिली, बैंक अधिकारी व बिजनेसमैन के नाम शामिल

सृजन घोटाले मामले में ईडी ने की कार्रवाई: सृजन घोटाले के 22 आरोपियाें पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में की पहली चार्जशीट; चार्जशीट में मनोरमा एंड फैमिली, बैंक अधिकारी व बिजनेसमैन के नाम शामिल

0
सृजन घोटाले मामले में ईडी ने की कार्रवाई: सृजन घोटाले के 22 आरोपियाें पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में की पहली चार्जशीट; चार्जशीट में मनोरमा एंड फैमिली, बैंक अधिकारी व बिजनेसमैन के नाम शामिल

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Bihar
  • Bhagalpur
  • ED Files First Chargesheet In Money Laundering Case On 22 Accused In Srijan Scam; The Names Of Manorama And Family, Bank Officers And Businessmen Included In The Chargesheet

भागलपुर2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

सृजन घोटाले के 22 आरोपियाें पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने पटना स्थित स्पेशल पीएमएलए जज की कोर्ट में दाखिल आरोपियों के खिलाफ 7 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त करने की भी जानकारी दी। चार्जशीट में सृजन की सचिव रहीं स्व. मनोरमा एंड फैमिली के अलावा कई बैंक अधिकारी, उनकी पत्नियां और बिजनेसमैन के नाम हैं।

चार्जशीट में मनोरमा देवी के अलावा बहू रजनी प्रिया, बेटा अमित कुमार, बेटा डॉ. प्रणव कुमार, बहू डॉ. अमीना बानो अंसारी, बहू सीमा कुमारी, बेटी अर्चना लाल, बेटी कल्पना कर्ण, दामाद रुद्रजीत कुमार लाल, पूर्व जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार, उनकी पत्नी इंदू गुप्ता, नाजिर अमरेंद्र यादव, डीडीसी अरुण ठाकुर की पत्नी भारती ठाकुर, बिजनेसमैन बिपिन कुमार, प्रणव कुमार घोष, अभिषेक कुमार उर्फ दीपक वर्मा, पूर्व एडीएम जयश्री ठाकुर, बैंक मैनेजर संत कुमार सिन्हा, बैंक अधिकारी देव शंकर मिश्रा, उनकी पत्नी शशिलता मिश्रा, ऑडिटर सतीश कुमार झा और ड्राइवर मो. अंसार कुरैशी के नाम हैं। ईडी ने सारे आरोपियों के खिलाफ जब्त की गई संपत्तियों का भी जिक्र किया है।

बिपिन ने खरीदे कई शहरों में फ्लैट, बनाई अकूत संपत्ति,

32 फ्लैट, 18 दुकानें, 38 प्लॉट, घर व 47 बैंक खाते, 2 गाड़ियां अस्थायी तौर पर जब्त

एक हजार करोड़ से अधिक के सृजन घोटाले का एक बड़ा मोहरा बिपिन कुमार शर्मा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के शिकंजे में है। वह सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड की संस्थापक मनोरमा देवी का बेहद खास रहा है। उसकी साख का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने सरकारी बैंक खातों से सृजन के खाते में ट्रांसफर किए गए पैसे का गलत इस्तेमाल कर गाजियाबाद, पुणे, पटना और भागलपुर में करोड़ों के फ्लैट और दूसरी अचल संपत्ति बना ली। ईडी ने बिपिन को पांच दिनों के रिमांड पर ले रखा है और उससे पूछताछ चल रही है।

ईडी ने बिपिन के खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर रखा है। जांच में सहयोग नहीं करने की वजह से उसे 27 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। पीएमएलए की स्पेशल कोर्ट ने 6 अक्टूबर को बिपिन की पांच दिनों की रिमांड दी है। ईडी के अनुसार जांच में यह बात सामने आई है कि बिपिन मनोरमा देवी का करीबी रहा है। उसने सरकारी सेवकों, बैंक अधिकारियों, निजी लोगों व अन्य के साथ मिलकर सरकारी फंड को सृजन के खाते में ट्रांसफर करने की साजिश रची।

सृजन के खाते में आए इन पैसों का साजिशकर्ताओं ने खूब इस्तेमाल किया। सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड ने बैंक ऑफ बरौदा, इंडियन बैंक और भागलपुर को-ऑपरेटिव बैंक में बैंक अधिकारियों की मदद से कई खाते खोले थे। बाद में साजिशकर्ताओं ने सरकारी सेवकों के साथ साठगांठ कर जिला भूमि अधिग्रहण कार्यालय, इंदिरा आवास योजना और जिला कल्याण योजना आदि स्कीम के पैसे का सृजन के खाते में ट्रांसफर किया। इन पैसों का फ्लैट और अचल संपत्ति बनाने में बिपिन ने खूब इस्तेमाल किया। उसने गाजियाबाद, पुणे, पटना और भागलपुर में कई फ्लैट खरीदे।

अगले तीन दिनों तक और होगी पूछताछ ईडी ने दिल्ली सीबीआई द्वारा दर्ज मामले के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच शुरू की। जांच में यह बात सामने आई कि बिपिन ने साजिश के तहत सृजन के खाते में ट्रांसफर किए गए पैसों का चल और अचल संपत्ति बनाने में खूब इस्तेमाल किया। प्रारंभिक जांच के बाद अस्थायी तौर पर 18.45 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति जब्त करने के बाद दो अटैचमेंट आदेश जारी किए गए। इनमें 32 फ्लैट, 18 दुकानें, 38 प्लॉट और घर, 47 बैंक खातों के अलावा दो गाड़ियां भी शामिल हैं।

ईडी के अनुसार जांच के दौरान बिपिन सहयोग नहीं कर रहा था और जांच एजेंसी द्वारा जारी नोटिस का भी जवाब नहीं दे रहा था। उसके बाद उसे 27 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी ने बिपिन की संपत्ति को अधिग्रहित करने और पीएमएलए के तहत सजा दिलाने के लिए मुकदमा भी दायर किया है। बिपिन से अगले तीन दिनों तक और पूछताछ चलेगी। सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान बिपिन से सृजन घोटाले से संबंधित कई सवाल पूछे जा रहे हैं जिसके खुलासे के बाद ईडी आगे की कार्रवाई करेगी।

ईडी रिमांड में भी बिपिन के कड़े तेवर, मास्टरमाइंड का नाम नहीं बता रहा
सृजन घोटाले का प्रमुख आरोपी और मनी लांड्रिंग मामले में जेल में बंद पूर्व भाजपा नेता बिपिन शर्मा के तेवर में कमी नहीं आई है। स्पेशल पीएमएलए जज की अनुमति से पांच दिनों के रिमांड पर पिछले दो दिनों से बिपिन से ईडी निदेशालय में पूछताछ की जा रही है। लेकिन जांच के दौरान विपिन सहयोग नहीं कर रहा है।

जांच में सहयोग नहीं करने पर ही ईडी ने उसे 27 सितंबर को गिरफ्तार किया था। बिपिन जांच एजेंसी द्वारा जारी नोटिस का भी जवाब नहीं दे रहा था। 48 घंटे की पूछताछ में बिपिन ने मास्टमाइंड का नाम अब तक नहीं बताया है। ईडी ने कुछ अफसरों के नाम बताए, लेकिन सभी के नाम पर वह सिर हिलाता रहा।

454 पेज की चार्जशीट में संपत्तियों का खुलासा
454 पेज की चार्जशीट में संपत्तियों का खुलासा कर कहा गया कि सृजन की सचिव रही मनोरमा के नाम पटना में एक फ्लैट, बहू के नाम से 1 फ्लैट एवं बेटी एवं दामाद के नाम से गाजियाबाद में फ्लैट है। बैंक अधिकारी संत कुमार सिन्हा की पत्नी के नाम से भागलपुर व गाजियाबाद में 1-1 फ्लैट है। बैंक अधिकारी देवांकर मिश्रा की पत्नी शशिलता मिश्रा के नाम से गाजियाबाद में 1 फ्लैट, ऑडिट ऑफिसर सतीश कुमार मिश्रा की बेटी व बेटा के नाम से गाजियाबाद में 1-1 फ्लैट की बात बतायी गई।

व्यवसायी विपिन कुमार के नाम से पटना में एक फ्लैट एवं भागलपुर में दो फ्लैट व एक स्कॉर्पियो गाड़ी का जिक्र किया गया है। व्यवसायी अभिषेक कुमार की पत्नी अपर्णा वर्मा के नाम से गाजियाबाद में 1 फ्लैट की भी जानकारी दी गई है।

‘मनोरमा का बेटा मेरा दोस्त था, उसी से घर तक बना संबंध’
ईडी ने विपिन की संपत्ति को अधिग्रहित करने और पीएमएलए के तहत सजा दिलाने के लिए दायर मुकदमे में केस डायरी बनाने के लिए पूछताछ कर रही है। बिपिन ने ईडी को बताया कि उसके चाची (मनोरमा देवी) से घरेलू संबंध थे। मनोरमा के बेटे प्रणय कुमार, जिसकी रांची में एक्सीडेंट में मौत हो गई थी, के साथ क्रिकेट खेलते थे।

मनोरमा के यहां आना-जाना पहले से था। मनाेरमा जब सबौर में एनजीओ चला रही थी, तब भी वे संपर्क में थे और कभी-कभार आनाजाना होता था। उसे बाद में सृजन संस्था द्वारा बैंकिंग लोन देने की जानकारी मिली। वह भी वहां से लाेन लेकर जूते-चप्पल व रेडिमेड कपड़े का व्यापार करने लगा।​​​​​​​

भागलपुर के कई अधिकारी और मनोरमा के संबंधियों ने नोएडा में फ्लैट खरीदी, यह महज संयोग : बिपिन
​​​​​​​
ईडी ने बिपिन से पूछा कि नोएडा के गार्डेनिया व भागलपुर के जीटीएम मॉल में उसके मार्फत कई लोगों ने संपत्ति बनाई थी। सीबीआई की चार्जशीट में उसे स्टांप एजेंट बताया गया। इस पर बिपिन ने कहा कि वह तो पुराना लैंड ब्रॉकर रहा है। देवघर व पूर्णिया में कई जमीन की खरीद-ब्रिकी का काम कर चुका है। गार्डेनिया के राजीव राय से उसका कोई पुराना संबंध नहीं रहा है। संयोग है कि भागलपुर के ही कई लोग, अधिकारी और मनोरमा के संबंधियों ने वहां फ्लैट खरीद की है। बिपिन से अभी तीन दिन और पूछताछ होगी।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link