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गया38 मिनट पहले
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बैठक करते मंत्री व अन्य।
निगम कर्मियों की हड़ताल हाल ही बने सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव की मध्यस्ता के बाद मंगलवार की देर शाम पितृपक्ष मेला की अवधि तक के लिए स्थगित कर दी गई। यह हड़ताल बीते 11 दिनों से चली आ रही थी। करीब चार घंटे तक लगातार चली बैठक के बाद हड़तालियों की यूनियन के नेता मान गए। निगम कर्मी आने वाले 15 दिनों के लिए हड़ताल खत्म कर शहर की साफ-सफाई में जोर- शोर से जुटने की बात कही है। जिला प्रशासन की ओर से दावा किया जा रहा है कि मंगलवार की रात से ही कई कर्मी साफ-सफाई के काम में जुट गए हैं।
हड़ताल पर चले रहे निगम कर्मियों को मनाने के लिए सुबह के समय बड़ी संख्या में प्रशासनिक अमला निगम के स्टोर गए थे। लेकिन उन अफसरों की हड़तालियों के समक्ष एक नहीं चली थी। निराश होकर अधिकारी अपने आफिस को लौटा गए थे। इसके बाद निगम हड़तालियों को मनाने का जिला प्रशासन की ओर से रणनीत बनाई गई। रणनीति के तहत सहाकारिता मंत्री सुरेंद्र से डीएम त्यागराजन ने पितृपक्ष मेला और गया की छवि का हवाला देते हुए मध्यस्ता करने की बात कही।
इस पर मंत्री मान गए और वह मध्यस्ता करने डीएम के सभागार में पहुंच गए। सभागार में निगम कर्मियों की यूनियन के नेताओं को भी बुलाया गया। दोनों के बीच वार्ता शुरू हुई। वार्ता के तहत पितृपक्ष मेला के दौरान साफ-सफाई नहीं होने से शहर की छवि को पहुंचने वाले नुकसान को केंद्र में रखा गया। साथ ही निगम कर्मियों की उन सभी मांगों को जो सरकार के स्तर के थे। उसे मंत्री ने अपने स्तर से हल कराने का भरोसा दिया। इसके अलावा जो निगम स्तर की मांगे थीं उसे शीघ्र पूरा करने के लिए निगम के अधिकारियों ने यूनियन के नेताओं को भरोसा दिलाया। इसके बाद यूनियन के नेताओं ने शर्त रखी कि निगम कर्मी पितृपक्ष मेला तक ही हड़ताल स्थगित रखेंगे। इसके बाद से वह फिर से हड़ताल पर चले जाएंगे। इस बात पर दोनेां पक्षों के बीच सहमति बनी और हड़ताल को 15 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया।
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