Home Bihar 15 -16 मार्च को विधानसभा का घेराव करेंगे शिक्षक: शिक्षक संघ की चेतावनी- समान वेतन, सेवा शर्त और राज्यकर्मी का दर्जा दे सरकार, नहीं तो आंदोलन को संभालना मुश्किल हो जाएगा

15 -16 मार्च को विधानसभा का घेराव करेंगे शिक्षक: शिक्षक संघ की चेतावनी- समान वेतन, सेवा शर्त और राज्यकर्मी का दर्जा दे सरकार, नहीं तो आंदोलन को संभालना मुश्किल हो जाएगा

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15 -16 मार्च को विधानसभा का घेराव करेंगे शिक्षक: शिक्षक संघ की चेतावनी- समान वेतन, सेवा शर्त और राज्यकर्मी का दर्जा दे सरकार, नहीं तो आंदोलन को संभालना मुश्किल हो जाएगा

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पटना13 मिनट पहलेलेखक: प्रणय प्रियंवद

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टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक - Dainik Bhaskar

टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक

लंबे समय से अपनी समस्याओं को लेकर पदाधिकारियों का दरवाजा खटखटाने के बावजूद समाधान सामने नहीं है। नतीजा इससे नाराज शिक्षक टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के बैनर तले 15 और 16 मार्च को बिहार विधान सभा का घेराव करेंगे। बता दें कि अभी विधान सभा का बजट सत्र चल रहा है।

हजारों की संख्या में शिक्षक पटना पहुंचेंगे
टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक और प्रवक्ता अश्वनी पांडेय ने कहा है कि 15-16 मार्च को बिहार के हजारों शिक्षक विधानसभा घेराव करने पटना पहुंचेंगे। संघ ने शिक्षा विभाग से मांग की है की सेवा शर्त के नाम पर खिचड़ी पकाना विभाग बंद करें और पहले से ही नियमित शिक्षकों के भांति तय सेवा शर्त, वेतनमान और राज्यकर्मी का दर्जा घोषित करे।
संघ के दोनों नेताओं ने बताया कि एनआईओएस प्रशिक्षित शिक्षकों की हकमारी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही इंडेक्स 3 की बाध्यता को समाप्त कर सभी नव प्रशिक्षित शिक्षकों को विरमन तिथि से ग्रेड पे का लाभ दे और सभी नियोजित शिक्षकों के स्थानांतरण की व्यवस्था करे।

दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग

संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह, प्रदेश सचिव नाजिर हुसैन और प्रदेश मीडिया प्रभारी सोनू मिश्रा ने बताया कि कक्षा एक से पांच में बहाल शिक्षकों के संवर्धन, स्नातक ग्रेड के शिक्षकों का प्रधानाध्यापक में पदोन्नति, उच्च विद्यालय व उच्चतर विद्यालय में वेतन संरक्षण का लाभ देने की मांग करते हुए शिक्षक आंदोलन के क्रम में मुजफ्फरपुर के जिलाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग की। साथ ही सभी नेताओं ने सरकार को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अविलंब शिक्षकों की मांग को पूरा करे अन्यथा इस बार शिक्षकों की बेहतशा भीड़ पटना पहुंचेगी जिसे संभालना सरकार और प्रशासन के लिए दुभर हो जाएगा।

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