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पटना3 घंटे पहले
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पटना में हुई बारिश के बाद नाला रोड की सड़क का हाल।
- बारिश होने लगी तब जिम्मेदारों को याद आई शहर की जल निकासी की व्यवस्था
पटना नगर निगम ने दावा किया है कि गुरुवार को शहर में दो-तीन घंटे हुई लगातार बारिश के बाद भी जलजमाव नहीं हुआ है। कहा कि बारिश होते ही PMC, बुडको समेत सभी संबंधित एजेंसियां अलर्ट मोड पर रहीं। इससे बारिश खत्म होने के आधे घंटे से लेकर अधिकतम दो घंटे के भीतर जलजमाव वाले क्षेत्रों में भी पानी नहीं लगा। निगम के इस दावे से अलग जमीनी हकीकत कुछ और ही रही। पटना के कई इलाकों में सड़कों पर पानी लग गया। पटना के नाला रोड से लेकर अन्य कई इलाकों में सड़क पर चलना मुश्किल हो गया था।
युद्ध स्तर पर की गई कार्रवाई
नगर निगम का कहना है कि अंचल स्तर से जहां नाला उड़ाही की वैकल्पिक व्यवस्था पर जोर दिया गया, वहीं मुख्यालय स्तर से अन्य संबंधित एजेंसियों बुडको, पथ निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग के साथ क्षेत्रवार व्यवस्था का आकलन एवं आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की गई।
बारिश के बाद अफसरों ने किया निरीक्षण
बारिश के बाद नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा, अपर नगर आयुक्त (योजना) देवेंद्र प्रसाद तिवारी, अपर नगर आयुक्त (सफाई) एवं शीला ईरानी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया गया। पूर्व निर्धारित जलजमाव संभावित क्षेत्रों के लिए तय वैकल्पिक व्यवस्था को देखा गया। निरीक्षण के दौरान राजेंद्र नगर, कांग्रेस मैदान जैसे जलजमाव संभावित क्षेत्र जलजमाव मुक्त पाए गए।
बारिश से हो गया जलजमाव
करबिगहिया में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के निर्माण कार्य की वजह से जलनिकासी अवरुद्ध पाई गई। बांकेपुर अंचल अंतर्गत मैला टंकी, स्टेडियम रोड, प्रेमचंद गोलंबर, दिनकर गोलंबर आदि क्षेत्रों में अन्य निर्माण कार्यों की वजह से सड़क पर यातायात बाधित होने की समस्या पाई गई। वरीय अधिकारियों द्वारा अविलंब निर्माण सामग्री एवं अपशिष्ट हटाने एवं सड़क को री-स्टोर करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बादशाही पाइन के पास जकरियापुर में निर्माणाधीन पुलिया की वजह से पानी के प्रवाह को अवरुद्ध पाया गया। इस संबंध में पटना नगर निगम के अधिकारियों द्वारा जल संसाधन विभाग को सूचित किया गया एवं ह्यूम पाइप लगाकर जलनिकासी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
दावा किया गया कि नाला उड़ाही का काम पूरा
पटना नगर निगम द्वारा मार्च माह से नाला उड़ाही का काम किया जा रहा है। कोरोना महामारी की वजह से संसाधनों पर दबाव के बावजूद मानसून को लेकर तैयारी की जा रही है। अभी तक सभी बड़े नालों की 90 फीसदी उड़ाही का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इनमें से चार बड़े नालों योगीपुर, कुर्जी, मंदीरी एवं बाईपास (नूतन राजधानी अंतर्गत) नालों की उड़ाही का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं अन्य बड़े नालों की उड़ाही का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। साथ ही सभी संप हाउस के आउटफॉल नालों की साफ-सफाई की व्यवस्था भी पटना नगर निगम द्वारा मुस्तैदी से की जा रही है।
पटना नगर निगम क्षेत्र के प्रमुख नालों की उड़ाही
- सैदपुर नाला – 5400 मीटर कुल लंबाई, 4767 मीटर तक नाला उड़ाही का काम हुआ।
- योगीपुर नाला – 4005 मीटर कुल लंबाई, नाला उड़ाही का काम पूरा
- कुर्जी नाला – 5480 मीटर कुल लंबाई, नाला उड़ाही का काम पूरा
- मंदीरी नाला – 1250 मीटर कुल लंबाई, उड़ाही का काम पूरा
- बाइपास नाला (नूतन राजधानी अंचल) – 3000 मीटर कुल लंबाई, उड़ाही का काम पूरा
- बाइपास नाला (कंकड़बाग अंचल) – 4350 मीटर कुल लंबाई, 3123 मीटर तक उड़ाही का का काम पूरा
- सर्पेंटाइन नाला- 6039 मीटर कुल लंबाई, 5500 मीटर तक नाला उड़ाही का काम पूरा
- आनंदपुरी नाला-3050 मीटर कुल लंबाई, 2655 मीटर तक नाला उड़ाही का काम पूरा
- बाकरगंज नाला – 1430 मीटर कुल लंबाई, 1150 मीटर तक नाला उड़ाही का काम पूरा
छोटे नालों की सफाई पूरी होने का दावा
दावा किया जा रहा है कि पटना नगर निगम क्षेत्र के छोटे/मध्यम नालों, मेनहोल तथा कैचपिट की सफाई का काम 88 फीसदी तक पूर्ण कर लिया गया है। पटना नगर निगम क्षेत्र में कुल 46,837 मेनहोल एवं 36,241 कैचपिट हैं। वहीं, निगम क्षेत्र के सभी छोटे/मध्यम/खुले/सर्विस नालों की कुल लंबाई 17,03,568 लाख फीट है। निगम का कहना है कि कोरोना महामारी के खतरे के बावजूद पटना नगर निगम के कर्मी एवं अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। एक तरह जहां निगम द्वारा रूटीन साफ-सफाई एवं कागजी कार्रवाई की जा रही है। वहीं, दूसरी तरफ निगम की विभिन्न टीमों द्वारा निम्न महत्वपूर्ण कार्य भी किए जा रहे हैं।
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