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पटनाएक घंटा पहले
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लेसी सिंह, अमिताभ दास और मेवालाल चौधरी (फाइल फोटो)
- बिहार के DGP को लेटर लिख ठिकानों की जांच कराने की कर दी है मांग
- दावा किया गया है कि छिपाकर रखे गए हैं AK-47, 56 और SLR जैसे अत्याधुनिक हथियार
विधानसभा चुनाव के बाद जब नीतीश कुमार सहित 14 लोगों ने शपथ लिया था तो उसमें विधायक मेवालाल भी शामिल थे। शपथ लेते ही मेवालाल अपनी ही मौत और घोटाला के आरोपों में घीर गए थे। मंत्री की कुर्सी संभालने के महज ढ़ाई घंटे बाद ही उन्हें सरकार से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। मेवालाल के उपर सबसे पहले गंभीर आरोप लगाया था बिहार पुलिस से रिटायर्ड IG अमिताभ दास ने। अब जब नीतीश सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ है तो एक बार फिर से अमिताभ दास ने एक बड़ा और सनसनीखेज आरोप लगाया है। इस बार इनके निशाने पर आई हैं दूसरी बार मंत्री बनी लेसी सिंह।
अमिताभ दास ने लगाए गंभीर आरोप
मंत्री पद की शपथ लेते ही विधायक लेसी सिंह का नाम विवादों में घिर गया है। इनके ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। IPS अधिकारी रहे अमिताभ दास ने एक बवाल खड़ा कर दिया है। इनका दावा है कि नीतीश सरकार में मंत्री बनी लेसी सिंह के ठिकानों पर AK-47, AK-56 और SLR जैसे अत्याधुनिक छिपाकर रखे गए हैं। इसके बारे में उनके पास पक्की सूचना है। पुलिस को जल्द से जल्द लेसी सिंह के ठिकानों पर छापेमारी करनी चाहिए, उन ठिकानों पुरी तरह से खंगाला जाना चाहिए।
रिटायर्ड DG अमिताभ दास ने DGP को लिखा लेटर।
मंत्रिमंडल का विस्तार होते ही लिखा लेटर
मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार होते ही अमिताभ दास ने लेसी सिंह को लेकर एक लेटर बिहार के DGP एसके सिंघल को लिखा है। अपने लेटर के जरिए उन्होंने दावा किया है कि अगर जल्द से जल्द इस इनपुट पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो छिपाए गए हथियारों की खेप को गुपचुप तरीके से नेपाल भेज दिया जाएगा। दरअसल, लेसी सिंह के ऊपर गंभीर आरोप लगाने के पीछे अमिताभ दास एक बड़ी वजह बता रहे हैं।
भास्कर को मेवालाल चौधरी की पत्नी की मौत के मामले से जुड़ा एक खत मिला था
रिटायर्ड IG अमिताभ दास के अनुसार लेसी सिंह का पति बूटन सिंह, पूर्णिया का कुख्यात अपराधी था। सीमांचल इलाके का आतंक था। बूटन सिंह के ऊपर हत्या, अपहरण और रंगदारी जैसे गंभीर अपराध के करीब एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। इसके बावजूद बूटन सिंह समता पार्टी का पूर्णिया जिलाध्यक्ष था। साल 2000 के अप्रैल में अपराधियों ने ही बूटन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। रिटायर्ड IG का दावा है कि पति की हत्या के बाद उसके गिरोह की कमान को लेसी सिंह ने खुद ही संभाल लिया। इस कारण गिरोह के सारे हथियार लेसी सिंह के ठिकानों पर ही छिपाकर रखे गए हैं। इस इनपुट पर DGP को संज्ञान लेना चाहिए और तेजी से कार्रवाई करवानी चाहिए। साल 2000 में अमिताभ दास पूर्णिया के पड़ोसी जिले किशनगंज में SP थे।
कुशवाहा को ‘मेवा’ भी मिल गया और पदमुक्त किये जाने से नीतीश की छवि भी बन गई
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