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Adani Ports New MD: अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने अपनी एक कंपनी के भीतर बड़ा बदलाव किया है. कंपनी ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के मैनेजमेंट में बड़ा फेरबदल किया है. कंपनी के मैनेजमेंट लेवल में बदलाव करते हुए कमान अपने बेटे के हाथ में सौंप दी है. गौतम अडानी को जहां एग्जीक्यूटिव चेयरमैन नियुक्त किया गया तो वहीं उनके बेटे करण अडानी को मैनेजिंग डायरेक्टर. अश्वनी गुप्ता को अडानी पोर्ट्स के सीईओ होंगे.
कौन हैं करण अडानी
करण अडानी गौतम अडानी के बड़े बेटे हैं. अमेरिका की Purdue यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने साल 2009 में फैमिल बिजनेस को ज्वाइन कर लिया. करण ने मुंद्रा पोट्स में ऑपरेशन की बारीकियों को सीखकर अपने करियर की शुरुआत की. जिसके बाद से वो अडानी समूह में स्ट्रैटजिक डेवलपमेंट की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. साल 2016 में उन्हें अडानी पोर्ट्स का सीईओ नियुक्त किया गया था. अब उनके हाथों में 2360000 करोड़ की कंपनी की जिम्मेदारी सौंप दी गई है.
करण के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी
अडानी पोर्ट्स के अलावा करण अडानी सितंबर 2022 से एसीसी सीमेंट के निदेशक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. अडानी पोर्ट के साथ-साथ करण अंहुजा सीमेंट के नॉन एग्जीक्यूटिव निदेशक भी हैं. इसके अलावा वो अडानी ग्रुप के एयरपोर्ट प्रोजेक्ट की भी जिम्मेदारी संभालते हैं. अगर संपत्ति की बात करें तो करण अडानी का नेटवर्थ 1.2 बिलियन डॉलर है.
कौन हैं अश्विनी गुप्ता
अश्विनी गुप्ता अडानी पोर्ट्स के सीईओ की जिम्मेदारी संभालेंगे. इससे पहले वो निसान मोटर्स में COO रह चुके हैं. उन्होंने निसान मोटर्स के जापान हेडक्वार्टर में ग्लोबल चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के तौर पर काम किया है. उनकी लीडरशिप में निसान मोटर्स ने 300 मिलियन डॉलर के घाटे से 3 बिलियन डॉलर के ऑपरेटिंग प्रॉफिट का सफर तय किया. हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम की पढ़ाई करने वाले अश्विनी गुप्ता अब अडानी पोर्ट्स को बड़ा बनाएंगे.
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