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Adani Power: दिवाली से ठीक पहले उद्योगपति गौतम अडानी को बड़ा झटका लगा है. गौतम अडानी की पावर कंपनी बाजार नियामक सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के रडार पर आ गई है. अडानी पावर को सेबी की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में फिर से अडानी पावर को सेबी का नोटिस मिला है. इस खबर के आते ही अडानी पावर के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली हावी हो गई. शेयर 2 फीसदी से अधिक गिर गए. अडानी पावर के शेयर गिरकर गिरकर 588.80 रुपये पर पहुंच गए.
मुश्किल में अडानी पावर
सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की ओर से अडानी पावर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. अडानी की कंपनी पर अपने कुछ इन्वेस्टर्स को गलत तरीके से पब्लिक शेयरहोल्डर्स के तौर पर कैटेगराइज किए जाने का आरोप लगा है. बिजली और पावर सेक्टर में काम कर रही अडानी पावर ने इस नोटिस पर जानकारी दी है.
अडानी पावर और अडानी सॉल्यूएशन अडानी एनर्जी ग्रुप के बिजली से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करती है. कंपनी ने कहा कि चालू तिमाही के दौरान कुछ पार्टियों की शेयरहोल्डिंग को पब्लिक शेयरहोल्डिंग के तौर पर गलत तरीके से दिखाने पर उन्हें सेबी की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया गै. कंपनी ने कहा कि वो समय-समय पर जानकारी, दस्तावेज और क्लेरिफिकेशन देकर रेगुलेटरी और सरकारी अथॉरिटीज को जवाब देगी.
बता दें कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद से अडानी की कंपनियां रडार पर है. सेबी ने उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया है. विपक्ष ने अडानी के मामले में सड़क से लेकर संसद तक हंगामा किया है. कंपनी को सेबाी से उस वक्त नोटिस मिला है, जब सेबी चीफ माधवी पुरी बुच कुछ सवालों से घिरी है. हिंडनबर्ग ने सेबी प्रमुक पर गंभीर आरोप लगाए. उनपर अडानी मामले की सही से जांच नहीं किए जाने का आरोप लगा. हिंडनबर्ग ने उनपर सेबी चीफ रहते हुए पद का लाभ उठाने का आरोप भी लगाया. इसके बाद से कांग्रेस लगातार माधवी पुरी बुच पर हमलावर हो रही है.
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