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मुजफ्फरपुर4 मिनट पहले
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- एमएसएमई से व्यापारी भी ले सकेंगे अब वित्तीय और अन्य मदद
थोक-खुदरा व्यापारी भी अब उद्यमियों की तरह ही सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएमएमई) के दायरे में आ गए हैं। इन्हें भी अब सरकार द्वारा इस सेक्टर को मिलनेवाली वित्तीय मदद समेत अन्य तरह के लाभ मिलेंगे। इसके लिए केंद्र सरकार के एमएसएमई मंत्रालय द्वारा गाइडलाइन जारी कर दी गई है।थोक-खुदरा व्यापारियों समेत नाॅर्थ बिहार चैंबर आफ काॅमर्स ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। चैंबर का कहना है कि 250 करोड़ तक सालाना टर्नओवर वाले व्यापारी इस दायरे में आएंगे। चैंबर आयकर उप समिति के अध्यक्ष रमेश टिकमानी ने कहा कि इसे सही तरीके लागू किया गया तो अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी।
दूसरी तरफ लघु उद्योग भारती ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। उद्यमी श्याम भीमसेरिया ने कहा कि सूक्ष्म-लघु उद्योगों के लिए उपलब्ध प्राथमिकता क्षेत्र ऋण व वरीयता ऋण अादि पहले ही अपर्याप्त हैं। सरकार के इस कदम से उद्योगों को मिलनेवाली वरीयता कम हाे जाएगी। ऐसे में उद्योगों की आर्थिक समस्या बढ़ेगी।
इससे जुड़ने के लिए व्यापारियों काे उद्यमी आधार पोर्टल पर कराना है रजिस्ट्रेशन
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने थोक-खुदरा व्यापारियों को इससे जोड़ने संबंधी गाइडलाइन उद्यमियों व चैंबर को जारी की है। एमएसएमई के आरके यादव ने कहा कि सरकार हर साल बजट में एमएसएमई के लिए अलग से राशि का प्रावधान करती है। बैंकों को व्यावसायिक दर से कम ब्याज पर लोन प्राथमिकता के आधार पर देना हाेता है। इसका लाभ मैन्यूफैक्चरिंग व सर्विस सेक्टर को मिलता था। अब इसका लाभ थाेक-खुदरा व्यापारी भी ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें उद्यमी आधार पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना है।
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