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भागलपुर6 मिनट पहले
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इमरजेंसी रिसपांस सपाेर्ट की गाड़ी। 112 नंबर पर फाेन करने पर यही मदद के लिए पहुंचेगी। फाइल फाेटाे
भागलपुर में शुक्रवार से इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम की शुरुआत हुई है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 112 जारी किया गया है। इस पर फोन कर लोग पुलिस, एंबुलेंस, दमकल समेत अन्य कोई भी इमरजेंसी मदद ले सकते हैं। नई सेवा शुरू होने के पहले दिन दैनिक भास्कर ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि 112 पर सभी कंपनियों के सिम से फोन ही नहीं लगता है। सिर्फ बीएसएनएल से ही इस नंबर पर फोन लगा, लेकिन काेई रिस्पांस नहीं मिला। 6 मिनट 53 सेकेंड तक होल्ड पर रखने के बाद फाेन कट हाे गया। भास्कर ने यह जानकारी जब एसएसपी बाबू राम को दी तो उन्होंने भी अपने मोबाइल से 112 पर कॉल किया, लेकिन फाेन नहीं लगा।
एसएसपी ने कहा कि मुख्यालय को इस बात से अवगत कराएंगे, ताकि जल्द इसे दुरुस्त किया जा सके और लोगों को सहूलियत हो। मालूम हाे कि हेल्पलाइन नंबर 112 का संचालन पटना से होता है। जो सेंट्रलाइज्ड है। पुलिस मुख्यालय के स्तर से 112 का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। हालांकि 112 के जरिए अब तक भागलपुर पुलिस को समस्या या मदद के लिए एक भी फाेन नहीं आया है। इसका बड़ा कारण यह रहा कि किसी का फाेन ही नहीं लगा हाेगा।
एसएसपी का भी नहीं लगा फाेन, बोले-मुख्यालय को अवगत कराएंगे, जल्द होगा समाधान
केवल यही आवाज…कॉल अधिकारी दूसरे कॉल पर व्यस्त हैं, कृपया लाइन पर बने रहें
दैनिक भास्कर ने शुक्रवार सुबह में बीएसएनएल के मोबाइलनंबर-9431888681 से इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के नंबर-112 पर कॉल किया। फोन एक बार में लग गया, लेकिन 6 मिनट 53 सेकेंड तक कॉल को होल्ड पर रखा गया और लगातार बताया गया कि कॉल अधिकारी दूसरे कॉल पर व्यस्त हैं, कृपया लाइन पर बने रहें। 6 मिनट 53 सेकेंड के बाद कॉल खुद कट गया। सेवा अधिकारी से बात नहीं हुई।
शहर में 12 गाड़ियां 24 घंटे सातों दिन रहेंगी तैयार
विभाग के मुताबिक, इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम ने भागलपुर में काम करना शुरू कर दिया है। गुरुवार को पुलिस लाइन से डीआईजी ने इसकी शुरुआत की थी। इसके तहत इमरजेंसी सेवाओं के लिए 112 नंबर पर लोग पुलिस, एबुलेंस, दमकल समेत अन्य इमरजेंसी सेवाओं के लिए नि:शुल्क फोन कर सहायता ले सकते हैं। 12 गाड़ियां भागलपुर में 24 घंटे सातों दिन के तर्ज पर तैयार रहेंगी। इन वाहनों में मोबाइल डाटा टर्मिनल लगाया गया है।
इसमें एक मॉनिटर है, जिसमें तीन हिस्सों में जानकारी उपलब्ध रहेगी। पहले हिस्से में डिस्प्ले होगा, जिसमें मैप, घटनास्थल का मार्ग दिखेगा। दूसरे भाग में कॉलर की डिटेल होगी और तीसरे भाग में फीडबैक अंकित होगा। 112 नंबर पर कॉल आते ही स्वत: कंप्यूटर में मामला रजिस्टर्ड होगा। यूनिक आईडी जेनरेट होगा। कॉलर का डिटेल, लोकेशन स्वत: कंट्रोल रूम में दिखेगा। किसी भी तरह की सूचना मिलने के बाद मोबाइल टाटा टर्मिनल वाले वाहन मौके पर जाएंगे और उन्हें सहायता प्रदान करेंगे।
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