मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने दिया इस्तीफा, हिंसा के दो साल बाद लिया बड़ा फैसला |
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने दिया इस्तीफा, हिंसा के दो साल बाद लिया बड़ा फैसला
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने 9 फरवरी 2025 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह फैसला उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात के बाद लिया और राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
मई 2023 से मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के बीच यह एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम है। यह हिंसा मुख्य रूप से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हुई थी। विवाद की जड़ तब पड़ी जब मणिपुर हाईकोर्ट ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की सिफारिश की थी। इसके खिलाफ ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन ऑफ मणिपुर (ATSUM) ने प्रदर्शन किया, जो बाद में बड़े पैमाने पर हिंसा में बदल गया।
दिसंबर 2024 में, बीरेन सिंह ने हिंसा के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी और राज्य में शांति बहाल करने की उम्मीद जताई थी। लेकिन विपक्षी दलों को यह माफी पर्याप्त नहीं लगी। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफलता का हवाला देते हुए सिंह के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी उन्हें पद छोड़ने के लिए कहा।
राजनीतिक दबाव बढ़ने के बाद, विपक्ष ने उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर चर्चा शुरू कर दी थी। इस बीच, सिंह ने बीजेपी गठबंधन के विधायकों के साथ बैठक की और फिर इस्तीफा दे दिया।
उनके इस्तीफे के बाद मणिपुर की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि राज्य अब भी हिंसा के प्रभाव से जूझ रहा है और शांति की राह तलाश रहा है।