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Franchise Apply: पोस्ट ऑफिस को देश की धमनी कहा जाता है. देश भर में 3 लाख से भी ज्यादा पोस्ट ऑफिस हैं. आपको बता दें कि ये पोस्ट ऑफिस सिर्फ लैटर या पार्सल पहुंचाने का काम ही नहीं करते, बल्कि सेविंग स्कीम और बीमा आदि फाइनेंसियल सर्विस देते हैं. पोस्ट ऑफिस आपको सिर्फ ब्याज से ही पैसा कमाने का मौका नहीं दे रहा है, अब आप पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी भी ले सकते हैं. अपने क्षेत्र में ये फ्रेंचाइजी लेकर आप आम लोगों को सेवाएं प्रदान कर सकते हैं और खुद भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि आप इसका फायदा कैसे उठा सकते हैं.
डाक विभाग दे रहा है फ्रेंचाइजी
डाक विभाग की फ्रेंचाइजी लेकर आप डाक टिकट, स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री, मनी ऑर्डर आदि सर्विस देकर कमाई कर सकते हैं. इस योजना के तहत पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी कोई भी भारतीय नागरिक ले सकता है. फ्रेंचाइजी मॉडल के तहत भारतीय डाक विभाग ने पोस्ट ऑफिस देना शुरू किया है. एक बार आपको पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी मिल जाएगी. उसके 6 महीने बाद इसे आगे रखने के लिए समीक्षा की जाएगी. डाक विभाग के मुताबिक, आपका काम अच्छा रहता है तो उसे आगे भी बढ़ाया जाएगा.
ऐसे करें अप्लाई
पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपकी न्यूनतम आयु 18 साल होनी चाहिए. इसके अलावा आपके पास आठवीं पास की अंकसूची होनी चाहिए. इस स्किम की खास बात यह है कि अधिकतम आयु की कोई सीमा तय नहीं है यानि आप रिटायरमेंट के बाद भी इसकी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं. अगर आप इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको डाक विभाग में सिक्योरिटी के तौर पर 5000 रुपये जमा कराने होंगे और आपके पास 200 स्क्वायर फीट का ऑफिस भी होना चाहिए. इसके बाद आपको फ्रेंचाइजी मॉडल पर पोस्ट ऑफिस मिल जाएगा.
कितना होगा कमीशन
भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट के मुताबिक, आपको रजिस्ट्री करने पर 3 रुपये, स्पीड पोस्ट करने पर 5 रुपये, टिकट बेचने पर टिकट प्राइस का 5 प्रतिशत कमीशन, स्पीड पोस्ट पर्सल पर 7 से लेकर 10% कमीशन मिलेगा. कमीशन के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते हैं.
यहां खोल सकते हैं पोस्ट ऑफिस
पोस्ट ऑफिस सिर्फ उन्हीं स्थानों पर खोला जा सकता है, जहां हाल फिलहाल में डाकघर नहीं है. आप जहां रह रहें है और उस क्षेत्र में कोई डाकघर नहीं है तो आप फ्रेंचाइजी मॉडल पर पोस्ट ऑफिस खोल सकते हैं. इसका फायदा दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले बेरोजगार युवा उठा भी सकते हैं.
कितने तरह की है फ्रेंचाइजी?
डाक विभाग की वेबसाइट के मुताबिक, दो तरह की फ्रेंचाइजी विभाग की ओर से दी जा रही है. पहला विकल्प फ्रेंचाइजी आउटलेट शुरू करने का है और दूसरा पोस्टल एजेंट बनने का है. जिन जगहों पर पोस्टल सर्विसेज की डिमांड तो है लेकिन वहां पोस्ट ऑफिस खोल पाना संभव नहीं है, वहां फ्रेंचाइजी के जरिए आउटलेट खोले जा सकते हैं. वहीं पोस्टल एजेंट ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में डाक टिकटों व स्टेशनरी की बिक्री कर सकते हैं.
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