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Canada India Tensions: भारत और कनाडा (India and Canada) के बीच में पिछले कुछ सालों में तनाव काफी बढ़ा है, लेकिन इन दोनों ही देशों के बीच में व्यापार (Trade) काफी अच्छा है. अब खबर आ रही है कि दोनों देशों के बीच में बढ़ रहे तनाव का असर ट्रेड पर भी पड़ेगा. इस समय पर बढ़ रहे तनाव की मुख्य वजह खालिस्तानी समर्थक संगठनों की गतिविधियां हैं.
G-20 में हुई काफी चिंताजनक बात
Michael Kugelman के मुताबिक, जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो के बीच बातचीत कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार के एजेंटों के बारे में ट्रूडो की चिंताओं के इर्द-गिर्द घूमती रही.
2 दिन रुके थे ट्रूडो
जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के दो दिन बाद तक ट्रूडो भारत में ही रुके थी. उस समय पर उनका प्राइवेट विमान खराब हो गया था, जिसकी वजह से उनको यहां पर रुकना पड़ा था. इसके साथ ही भारत का आरोप है कि कनाडा में सक्रिय सिख अलगाववादियों पर ट्रूडो सरकार नकेल कसने में नाकाम रही है.
ट्रेड मिशन को रोकने का किया ऐलान
जी-20 बैठक में शामिल होने के बाद में कनाडा वापस आते ही जस्टिन ट्रूडो ने भारत के साथ में ट्रेड मिशन को रोकने का ऐलान कर दिया है. इसके बारे में फिलहाल अभी तक कोई भी कारण पता वहीं चला है. उनकी तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, व्यापारिक संधि के लिए भारत के साथ में बात को अभी स्थगित कर दिया गया है.
ट्रूडो ने चिंताओं पर की चर्चा
एक प्रमुख विदेश नीति विशेषज्ञ ने कहा है कि भारत और कनाडा के बीच संबंध अब “अत्यधिक तनावपूर्ण” हो गए हैं. विल्सन सेंटर में दक्षिण एशिया संस्थान के निदेशक ने कहा है कि ट्रूडो ने इस अवसर का उपयोग सीधे पीएम मोदी के साथ अपनी चिंताओं पर चर्चा करने के लिए किया.
कुगेलमैन ने कही ये बात
कुगेलमैन ने कहा है कि “मैं समझता हूं कि पीएम मोदी ने कनाडा में सिख नेताओं के साथ जो हो रहा है, उसके बारे में भी ट्रूडो का ध्यान अपनी चिंताओं से दिलाया. मुझे लगता है कि ट्रूडो की ओर से मोदी से आमने-सामने मिलकर उन्हें इन चिंताओं के बारे में आगाह करने की स्थिति में होना एक प्रोत्साहन हो सकता था,”
भारत-कनाडा के बीच व्यापार काफी अच्छा
साल 2022 में भारत और कनाडा की बीच में व्यापार काफी अच्छा रहा है. भारत कनाडा का 10वां बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर रहा था. वित्त वर्ष 2022-23 में भारत ने कनाडा को 4.10 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया था. वहीं, कनाडा ने भारत को वित्त वर्ष 2022-23 में करीब 4.05 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया.
2021-22 में कितना रहा निर्यात
इसके अलावा अगर इससे पहले वित्त वर्ष यानी 2021-22 की बात की जाए तो उस समय पर भारत और कनाडा के बीच में 3.76 अरब डॉलर का निर्यात रहा था. इसके अलावा साल 2021-22 में आयात का आंकड़ा 3.13 अरब डॉलर का रहा था. साल 2022-23 में बढ़कर 8.16 अरब डॉलर का हो गया.
कनाडा भारत से क्या खरीदता है?
अगर भारत और कनाडा के बीच में सामान खरीदने की बात की जाए तो भारत से कनाडा आभूषण, बेशकीमती पत्थर, फार्मा प्रोडक्ट, रेडिमेड गारमेंट, ऑर्गेनिक केमिकल्स, लाइट इंजीनियरिंग सामान और आयरन एंड स्टील प्रोडक्ट की खरीदारी करता है.
भारत कनाडा से क्या लेता है?
इसके अलावा अगर भारत की खरीदारी की बात की जाए तो भारत कनाडा से दालें, न्यूजप्रिंट, वुड पल्प, एस्बेस्टस, पोटाश, आयरन स्क्रैप, खनिज और इंडस्ट्रियल लेता है. भारत कनाडा से दाल की सबसे ज्यादा खरीदारी करता है. भारत में 230 लाख टन दाल की खपत है. वहीं, इसकी पैदावार इससे कम होती है. कनाडा मटर का बड़ा उत्पादक है.
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