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Citi Bank New Policy: प्राइवेट सेक्टर के दिग्गज बैंक सिटी बैंक इंडिया ने महिला कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम (WFH) की नई सुविधा शुरू की है. इस सुविधा के तहत बैंक की महिला कर्मचारी 26 सप्ताह की मैटेरनिटी लीव के बाद 12 महीने तक के लिए वर्क फ्रॉम होम (WFH) का लाभ ले सकती है. बैंक की तरफ से दी जाने वाली यह सुविधा ऑप्शनल होगी. इसके अलावा प्रेग्नेंट कर्मचारी गर्भावस्था की अंतिम तिमाही में जरूरत के आधार पर तीन महीने तक घर से काम करने की रिक्वेस्ट कर सकती है.
21 महीने तक घर पर रहने की सुविधा!
इस तरह की पॉलिसी एक नई पहल के रूप में देखा जा रहा है. इस तरह बैंक की तरफ से दी जाने वाली सुविधा से गर्भवती / नई माताएं 21 महीने तक घर पर रह सकती हैं. बैंक के एचआर हेड आदित्य मित्तल ने कहा कि सरकार की तरफ से लागू मैटेरनिटी लीव के अलावा वर्क फ्रॉम होम (WFH) की पॉलिसी लागू करने वाला सिटी पहला बैंक है. इस नियम के बाद नई मां अपने परिवार और ऑफिस के बीच सामंजस्य बैठा पाएंगी.
5,000 लोगों को नियुक्त करने की योजना
मित्तल ने बताया कि भारत पहला ऐसा मार्केट है, जहां पर सिटी ग्रुप की तरफ से एक्सटेंडेड वर्क फ्रॉम होम (WFH) पॉलिसी को लागू किया जा रहा है. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब बैंक ने हाल ही में भारत में अपने उपभोक्ता बैंकिंग व्यवसाय को छोड़ दिया है. बैंक की तरफ से आने वाले दो सालों में 5,000 लोगों को नियुक्त करने की योजना बनार्इ जा रही है.
आपको बता दें सिटी इंडिया में 30,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं, जिनमें से 38% महिलाएं हैं. मित्तल ने बताया, ‘बड़ी संख्या में हमारी महिला कर्मचारी बच्चे पैदा करने की उम्र में हैं और यह वर्कफोर्स में महिलाओं के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन गया है.’ आपको बता सरकार के नियमानुसार अभी प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों में महिला कर्मचारियों को 26 हफ्ते का मातृत्व अवकाश दिया जाता है.
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