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Indian Railway Cut Fare: लोकसभा चुनाव से पहले रेल यात्रियों को रेलवे ने खुशखबरी दी है. रेलवे (Indian Railway) ने पैसेंजर्स को राहत देते हुए रेल किराए (Train Fare) को कोविड से पहले वाले स्तर पर लाने का फैसला किया है. भारतीय रेल ने रेल यात्रियों को लंबे इंतजार के बाद बड़ी राहत दी है. रेल यात्रियों को राहत देते हुए भारतीय रेलवे ने पैसेंजर्स ट्रेन के किराए में 50 फीसदी तक की कटौती करने का फैसला किया. इसका सबसे ज्यादा फायदा पैसेंजर ट्रेनों में रोज सफर करने वाले यात्रियों को मिलेगा. रेलवे ने टिकट की कीमत को कोरोना के पहले स्तर पर वापस लाने का फैसला किया है. भारतीय रेलवे ने कोविड के समय पर ट्रेन टिकटों के किराए में बढ़ोतरी कर दिया था, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके. कीमतों में की गई बढ़ोतरी को अब वापस घटाने का फैसला किया गया है. भारतीय रेल के इस फैसले से ट्रेन किराए लगभग आधा घट जाएगा.
पैसेंजर ट्रेन के लिए दे रहे थे एक्सप्रेस का किराया
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ने सभी एमईएनयू ट्रेनों के किराए में 50 फीसदी की कटौती कर दी है. कोविड महामारी के दौरान रेल यात्रियों की भीड़ के कम करने के लिए यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था. लॉकडाउन खत्म होने के बाद रेलवे ने पैसेंजर ट्रेनों को कैटेगराइज कर इसे एक्सप्रेस ट्रेनों के किराए से जोड़ दिया, यानी लोगों को पैसेंजर ट्रेनों के लिए एक्सप्रेस ट्रेनों का किराया देना पड़ रहा था. जिसका सबसे ज्यादा नुकसान डेली सफर करने वाले यात्रियों को हो रहा था. यात्रियों को राहत देते हुए 27 फरवरी को रेलवे ने पैसेंजर ट्रेनों पर वापस से सेकेंड क्लास का किराया लागू कर दिया है. रेलवे ने सभी मेनू ट्रेनों और जीरों से शुरू होने वाली ट्रेन नंबर की ट्रेनों के किराए में लगभग 50% की कटौती की है. रेलवे ने अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम ऐप में भी किराए को लेकर नए बंदलाव को संशोधित कर दिया है.
कोविड के चलते बढ़ा था ट्रेन टिकट
भारतीय रेलवे ने कोविड के दौरान ट्रेन किराए में बढ़ोतरी कर दी थी. ट्रेनों में भीड़ को कम करने के लिए यात्रियों से एक्सप्रेस फेयर वसूला जा रहा था. पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को भी एक्सप्रेस का किराया देना पड़ रहा था. रेलवे के इस फैसले से सबसे ज्यादा फायदा ट्रेन से रोज सफर करने वाले लोगों को होगा .
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