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Indian Railways: अगर आप भी कोरोना के मामले कम होने के बाद लंबे टूर की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, आईआरसीटीसी की तरफ से ‘भारत गौरव’ टूरिस्ट ट्रेन शुरू की जा रही है. इस ट्रेन से भगवान राम के भक्तों को रामायण सर्किट पर अयोध्या, जनकपुर (नेपाल), सीतामढ़ी, वाराणसी, नासिक और रामेश्वरम की सैर करने का मौका मिलेगा.
18 दिन में पूरा होगा 8 हजार किमी का सफर
रेलवे की तरफ से दी गई सूचना के अनुसार यात्रा में 8,000 किमी लंबे सर्किट पर यात्रा में 18 दिन लगेंगे. सफर दिल्ली से शुरू होगा. बुकिंग को सुविधाजनक बनाने के लिए रेलवे की तरफ से EMI ऑप्शन भी पेश किया गया है. ईएमआई ऑप्शन के तहत आप किस्तों में टूर के लिए बुकिंग कर सकते हैं.
पैकेज 62,370 रुपये से शुरू
रेलवे की तरफ से यह भी बताया गया कि श्री रामायण यात्रा (Shri Ramayan Yatra) के लिए एक व्यक्ति के टिकट की कीमत 62,370 रुपये से शुरू होगी. रेलवे की तरफ से लिए जाने वाले चार्ज में सब कुछ शामिल होगा. इसमें 3AC टियर चार्ज, होटल में ठहरना, भोजन, लोकल में बसों के जरिए दर्शन, ट्रैवल इंश्योरेंस और गाइड सर्विस शामिल है.
इंफोटेनमेंट सिस्टम का भी इंतजाम
सैलानियों को EMI ऑप्शन देने के लिए आईआरसीटीसी की तरफ से Paytm और Razorpay पेमेंट गेटवे के साथ करार किया गया है. ट्रेन में सामान रखने के लिए दो अतिरिक्त डिब्बे होंगे. साथ ही पके शाकाहारी भोजन के लिए पेंट्री कार अलग से होगी. हर कोच में एक इंफोटेनमेंट सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड भी होंगे.
600 यात्रियों की क्षमता
पहली भारत गौरव यात्रा (Bharat Gaurav) ट्रेन सेवा 21 जून से शुरू होगी. ट्रेन में 600 यात्रियों की क्षमता वाले 11 3AC टियर कोच होंगे. ट्रेन पहले अयोध्या स्टेशन पर रुकेगी. यहां राम जन्म भूमि मंदिर, हनुमान मंदिर, नंदीग्राम में भारत मंदिर जाएंगे. अगला पड़ाव बक्सर होगा, यहां पर महर्षि विश्वामित्र और राम रेखा घाट का आश्रम दिखाया जाएगा.
बनारस के मंदिर भी घूमने का मौका
इसके बाद ट्रेन जनकपुर (नेपाल) जाएगी. यहां सैलानियों को राम-जानकी मंदिर ले जाया जाएगा. साथ ही उन्हें सीता के जन्म स्थान सीतामढ़ी ले जाया जाएगा. फिर ट्रेन वाराणसी आएगी और यहां पर्यटकों को बनारस के मंदिरों को घुमाया जाएगा. वाराणसी, प्रयागराज और चित्रकूट में नाइट स्टे की व्यवस्था है.
यहां की भी होगी सैर
इसके बाद अगले चरण में ट्रेन नासिक से त्रयंबकेश्वर मंदिर और पंचवटी के दर्शन के लिए रवाना होगी. नासिक के बाद किष्किंधा, हम्पी का प्राचीन शहर होगा. यहां मेहमान अंजनेयद्री पहाड़ियों और अन्य विरासत और धार्मिक स्थलों के ऊपर हनुमान के जन्म स्थान माने जाने वाले मंदिर का दौरा करेंगे. यात्रा का अगला गंतव्य रामेश्वरम होगा, जिसमें रामनाथस्वामी मंदिर और धनुषकोडी को रात भर होटलों में ठहरने के साथ कवर किया जाएगा.
इसके अलावा, यात्रियों को कांचीपुरम ले जाया जाएगा जहां शिव कांची, विष्णु कांची और कामाक्षी मंदिर दिन के भ्रमण पर हैं. यहां से, ट्रेन का अंतिम गंतव्य तेलंगाना में भद्राचलम है, जिसे व्यापक रूप से दक्षिण की अयोध्या के रूप में भी जाना जाता है. इसके बाद, ट्रेन लगभग 8,000 किमी की दूरी तय करते हुए अपनी यात्रा के 18वें दिन दिल्ली लौटेगी.
(इनपुट IANS)
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