Home Bihar NMCH में ऑक्सीजन की कमी के बाद हंगामा: अधीक्षक ने प्रधान सचिव को लेटर भेज कहा – दर्जन भर मरीजों की जान खतरे में, उन्हें कुछ होने से पहले मुझे पदमुक्त कर दें

NMCH में ऑक्सीजन की कमी के बाद हंगामा: अधीक्षक ने प्रधान सचिव को लेटर भेज कहा – दर्जन भर मरीजों की जान खतरे में, उन्हें कुछ होने से पहले मुझे पदमुक्त कर दें

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NMCH में ऑक्सीजन की कमी के बाद हंगामा: अधीक्षक ने प्रधान सचिव को लेटर भेज कहा – दर्जन भर मरीजों की जान खतरे में, उन्हें कुछ होने से पहले मुझे पदमुक्त कर दें

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पटना17 मिनट पहले

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शनिवार रात NMCH में हुई ऑक्सीजन की कमी के बाद हुआ हंगामा। - Dainik Bhaskar

शनिवार रात NMCH में हुई ऑक्सीजन की कमी के बाद हुआ हंगामा।

  • अधीक्षक ने ऑक्सीजन सप्लाई रोक दूसरे अस्पतालों को देने का आरोप लगाया

पटना के दूसरे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज (NMCH) में बड़ा हंगामा हो गया है। कोविड वार्ड में ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी के बाद बवाल हो गया है। मरीजों के परिजन जूनियर डॉक्टरों से उलझ पड़े। मारपीट की नौबत आ गई। इसके बाद जूनियर डॉक्टर अस्पताल से भाग खड़े हुए। इसी बीच NMCH के अधीक्षक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को लेटर भेज खुद को पदमुक्त किए जाने की मांग कर दी है। डॉक्टर सिंह का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। इस वजह से मरीजों की जान पर संकट हो सकता है। मैं इस स्थिति का भागी नहीं बनना चाहता हूं।

प्रशासन पर लगाया आरोप – NMCH का ऑक्सीजन दूसरी जगह भेजा जा रहा

डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने प्रधान सचिव को लिखे लेटर में पटना जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बीते कुछ दिनों से प्रशासन ने NMCH के ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता के भंडार पर नियंत्रण कर लिया है। NMCH के लिए आने वाले ऑक्सीजन को दूसरे अस्पतालों में भेजा जा रहा है। मेरे प्रयासों के बावजूद ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित हो रही है। इससे कभी भी दर्जन भर मरीजों की जान जा सकती है। मुझे शंका है कि ऐसा हुआ तो इसकी सारी जवाबदेही मुझ पर आएगी। इससे पहले ही मुझे कार्यमुक्त कर दिया जाए।

प्रधान सचिव को लिखा गया NMCH अधीक्षक का लेटर।

प्रधान सचिव को लिखा गया NMCH अधीक्षक का लेटर।

भास्कर लगातार कह रहा, ऑक्सीजन की कमी से भयावह हालात

भास्कर ने 15 अप्रैल को ही सामने लाया था कि पटना के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो रही है। सात प्राइवेट अस्पतालों ने मरीजों को NO ENTRY बोल दिया है। भास्कर ने ऑक्सीजन संकट के 3 कारण भी बताए थे। यह भी बताया कि किस तरह सरकारी अनदेखी से भी ऑक्सीजन संकट गहराया है। जिसके बाद सरकार ने ऑक्सीजन की उपलब्धता के दावे किए, लेकिन दो दिन के बाद भी इनके दावे पूरे नहीं होते दिख रहे हैं। राजधानी में हॉस्पिटल्स को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन गैस नहीं मिल पा रही है। इसको लेकर सारी कवायद फेल होती दिख रही है। हमने आज भी इस खबर में पटना के कई अस्पतालों का हाल दिखाया है।

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