Piyush Goyal on Pharma Industry : केंद्रीय उद्योग और व्यापार मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने शुक्रवार को घरेलू दवा उद्योग से ‘जेनरिक मेडिसिन’ में खुद को मजबूत बनाने और दवाओं के कच्चे माल और प्रोडक्शन के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने को कहा. जेनरिक दवाओं (Generic Medicine) से मतलब उन दवाओं से हैं जिसका पेटेंट खत्म होने के बाद मूल कंपनी के अलावा दूसरी कंपनियों को उसे बनाने की परमिशन होती है. ये दवाएं अपेक्षाकृत सस्ती होती हैं.
ग्रोथ को आगे भी बनाए रखना चाहिए
गोयल ने भारतीय दवा विनिर्माता संघ के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि फार्मा इंडस्ट्री को इंटरनेशनल सप्लाई चेन से जुड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए लंबी अवधि की प्लानिंग बनाकर चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में देखी गई जबरदस्त ग्रोथ को आगे भी बनाए रखना चाहिए ताकि हम आत्म-निर्भर बन सकें.
पूर्वानुमान लगाना मुश्किल होता जा रहा
इंटरनेशनल सप्लाई चेन के बारे में कुछ पूर्वानुमान लगा पाना लगातार मुश्किल होता जा रहा है. चुनौतियों का दायरा कल्पना से भी ज्यादा गंभीर होता जा रहा है. गोयल ने कहा कि ऐसी स्थिति में यह जरूरी है कि हम न केवल जेनरिक दवाओं (Generic Medicine) के क्षेत्र में अपनी मजबूती पर ध्यान दें बल्कि अपने कच्चे माल एवं उत्पादन के बीच तालमेल को भी बनाए रखें.
Addressed Diamond Jubilee Celebrations of Indian Drug Manufacturers’ Association.
India has emerged as a pharma powerhouse globally. Urged the sector to further build on this strong momentum by making full use of the recently signed trade agreements.
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— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) April 15, 2022
आत्म-निर्भर बनने की योजना बनानी चाहिए
उन्होंने कहा कि हमें लंबे समय में ज्यादा से ज्यादा आत्म-निर्भर बनने की योजना बनानी चाहिए. इस तरह हम दुनिया के सामने ताकतवर देश के विश्वास के साथ जाएंगे और अपने उद्योग के बेहतर भविष्य के लिए दुनिया के साथ समान शर्तों पर काम करेंगे. गोयल ने कहा कि भारत को दुनिया के स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र का संरक्षक बनने का इरादा लेकर चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि हरेक देश अपने प्रमुख उद्योग को संरक्षण देता है और मेरा मानना है कि हमारे लिए यह प्रमुख उद्योग फार्मा है.
उन्होंने दवा निर्माण में कच्चे माल के तौर पर इ्स्तेमाल होने वाले अवयवों और चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण के लिए सरकार की तरफ से लाई गई पीएलआई योजना का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि फार्मा उद्योग के कई विनिर्माता इस योजना का फायदा उठा रहे हैं. गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते करने से भारतीय दवा उत्पादों के लिए दुनिया भर में आसानी से मंजूरी पाने के रास्ते खुलेंगे.