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गया4 मिनट पहले
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गया। कोरोना महामारी के समय डब्लयूएचओ की नसीहत के तहत जिला प्रशाासन ने क्यूआरटी क्यूक एक्शन रिपोर्टिंग टीम तैयार की है। लेकिन अचरज की बात है कि जिले में जोरशोर से चल रहे इ टीका के दौरान टीका बूथों पर क्यूआरटी कहीं भी मौजूद नहीं है। वह हर बूथ से सिरे से नदारद है। बूथ पर क्यूआरटी को न देख डब्लयूएचओ के अधिकारी शनिवार को बुरी तरह से भड़क गये। अचरज की बात है कि वह बीडीओ, सीओ व थानेदार को मौके पर पहुंचने की बात फोन से कहते रह गये पर उनकी किसी ने नहीं सुनी। उन्होंने थक कर अपने मोबाइल से गुस्से में अपनी रिपोर्ट अपने सीनियर अफसर को भेजी है।शनिवार की दोपहर करीब दो बज रहे थे। गया डोभी मार्ग पर स्थित कंडी मध्य विद्यालय में टीका एक्सप्रेस की ओर से टीका दिया जा रहा था। इसी बीच डब्लयूएचओ के एसएएम देवाशीष मजूमदार अपने मुलाजिमों के साथ पहुंचे। उनके पहुंचते ही बूथ पर टीका के काम में जुटे एएनएम खड़ी हो गयीं। उन्होंने एएनएम से पूछा कि कितने टीके पड़ गए तो उन्होंने जवाब दिया कि अब तक पांच। कितने बजे आए थे के सवाल का जवाब एनएम की ओर से मिला सुबह दस बजे। यह बात सुनते ही देवाशीष अचरज में पड़ गए। उन्होंने वहां मौजूद सारे रजिस्ट्र खंगाले। इसके बाद उन्होंने क्यूआरटी को ढूंढना शुरु किया तो उन्हें जानकारी दी गयी कि इस प्रकार की यहां कोई टीम अब तक नहीं पहुंची है। इस बात पर वह भड़क गए। कहने लगे कि सब मजाक चल रहा है। इस महामारी के क्यूआरटीम कहां नदारद हो गयी। जिला प्रशासन सिर्फ कागजों में ही क्यूआरटी को दौड़ा रहा है। क्यूआरटी की बात सिर्फ मिटिंग में ही होती है। धरातल पर तो यहां कुछ भी नहीं है। इसी बीच उनके फोन पर किसी व्यक्ति का फोन आया। फोन पर देवाशीष को सूचना दी गयी कि एक बैठक होनेवाली है। जल्दी मिटिंग में शामिल होइए। यह बात सुनते ही वह और भी बुरी तरह से भड़क गए। फोन पर ही चिल्ला कर कहने लगे कि केवल मिटिंग से काम नहीं चलने वाला। धरातल पर तो यहां कुछ भी नहीं है। लोगों ने तमाश बना कर रख दिया है। पहले अब काम होगा तब ही कोई मिटिंग होगी। मैं मिटिंग में शामिल नहीं होऊंगा। इसके बाद उन्होंने अपने मुलाजिमों को कहा कि बीडीओ, सीओ व थानेदार को फोन कर मौके पर बुलाइए। इस पर उनके मुलाजिमों ने चंदौती के बीडीओ, सीओ व थानेदार को फोन लगाया। बीडीओ सीओ ने खुद की व्यस्ता बता कर कन्नी काट गए। रही बात थानेदार की तो उन्होंने खुद को जनता दरबार में होने की बात कही। यह बात सुनते ही वह और भी भड़क गए। जेब से मोबाइल फोन निकालते हुए कहा कि अब लिखना ही पड़ेगा और वह अपनी रिपोर्ट में लिखने में व्यस्त हो गए।इधर जब दैनिक भास्कर डिजिटल ने उनसे बात करनी चाहा तो वह कुछ क्षण के लिए चौंक गए। कहा कि आप सब कुछ सुन रहे थे क्या। तो इस पर दैनिक भास्कर ने कहा कि हां जी सब कुछ सुन लिया। जब उनसे कहा गया कि आन रिकार्ड कैमरा पर बूथ पर पसरी अराजकता की जानकारी दे दीजिए तो वह कहने लगे इसके लिए जिला प्रशासन है। हम आपके साथ कुछ भी शेयर नहीं कर सकते। I
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