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विरोध पर भारतीय पहलवान: जब देश के सबसे चर्चित, चर्चित और प्रतिष्ठित खिलाड़ी कोई बात कहें, तो आपको ध्यान देना होगा। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता – बजरंग पुनिया, देश की इकलौती डबल वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडलिस्ट – विनेश फोगाट और महिला कुश्ती में देश के एकमात्र ओलंपिक पदक विजेता – गवाह मलिक ने भारत की कुश्ती संघ पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अध्यक्ष के खिलाफ खुला मोर्चा
दिल्ली में जंतर मंतर पर धरने पर कुश्ती जगत के इन नामी चहरों ने एक सुर में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट – बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महिला कुश्तीबाजों के साथ राष्ट्रीय शिविरों में घुसपैठ और यौन शोषण के आरोप, विनेश फोगाट काफी भावुक हो गए थे। उनके साथ इसी मंच पर उनके कई और सहयोगी और राष्ट्रीय कुश्तीबाज सहमती नजर आई।
जालसाजी
अपने बचाव में डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने सफाई पेश करते हुए सभी झूठों को नकार दिया और दावा किया कि आज तक एक भी यौन शोषण का मामला सामने नहीं आया है और वह पक्षपात के लिए तैयार हैं। बीजेपी सांसद – बृजभूषण शरण वर्ष 2011 से लगातार तीन बार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष फिर जा चुके हैं। उनका गुस्सा और हॉट मिजाज के लिए जाने वाले – WFI अध्यक्ष ने पिछले हफ्ते 15 साल से कम उम्र के एक रेसलर को स्टेज पर थप्पड़ मारा था।
मंत्रालय ने नोटिस भेजे
इस बार जो आरोप बृजभूषण शरण पर लगे हैं उनका ग्रेविटास देख रहा है, खेल मंत्रालय ने भी उन्हें 72 घंटे का नोटिस देते हुए अपना जवाब पेश करने को कहा है। यौन शोषण के जेहाद के साथ ही शीर्ष पहलवानों ने फेडरेशन पर उन पर आर्थिक सहायता ना देने और मानसिक प्रताड़ना का भी आरोप लगाया है।
खिलाड़ियों के आरोप
विनेश फोगाट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हमें हर चीज के लिए लाइसेंस के लिए भीख मांगनी है। युवा पहलवानों को राष्ट्रीय अभियान में पैर रखने के लिए तरह-तरह के सामान देने के लिए मजबूर किया जाता है।’ बजरंग पुनिया ने कहा, ‘जब खिलाडी मेडल लाता है तो उन्हें बंटवारा करता है लेकिन उसके बाद फेडरेशन उनके साथ कैसा सुलूक करता है, इसके बारे में किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता।’
WFI लाया नियम
बजरंग ने खुलासा किया कि 2018 में रेसलर्स को फेडरेशन के साथ हुई टाटा मोटर्स डील से कोई पैसा नहीं मिला। इसके अलावा, हाल ही में WFI ने किसी भी पहलवान के लिए निजी प्रायोजन या एडवर्टाइजमेंट्स के लिए फेडरेशन से लीज लेने का नियम लागू किया है। बस खिलाड़ियों की एक ही स्वर में मांग है कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत पद से हटा दें और फेडरेशन में खिलाड़ियों के हक में बड़ा बदलाव देखें।
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