अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को C-17 सैन्य विमान से किया निर्वासित, मोदी सरकार की विदेश नीति पर उठे सवाल

 

घटना का विवरण:

हाल ही में, अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को एक C-17 सैन्य विमान के माध्यम से भारत निर्वासित किया। यह पहली बार है जब अमेरिका ने भारतीय नागरिकों को निर्वासित करने के लिए सैन्य विमान का उपयोग किया है। इसे अब तक की सबसे लंबी दूरी की निर्वासन उड़ान माना जा रहा है।
📌 स्थान: अमृतसर हवाई अड्डा
📌 प्रभावित नागरिक: मुख्य रूप से गुजरात, हरियाणा और पंजाब के निवासी
📌 अमेरिकी प्रशासन का रुख: अवैध प्रवास रोकने की सख्त नीति

अमेरिकी सरकार का बयान:

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यह निर्वासन अवैध प्रवास को रोकने के लिए उठाया गया प्रभावी कदम है। पेंटागन ने घोषणा की है कि 5,000 से अधिक प्रवासियों को इसी तरह निर्वासित किया जाएगा।

भारत सरकार की प्रतिक्रिया:

भारत सरकार ने इन नागरिकों की राष्ट्रीयता की पुष्टि के बाद उन्हें स्वीकार कर लिया। हालांकि, इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता को लेकर आलोचना भी हो रही है।

विशेषज्ञों की राय:

✅ कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना भारत की विदेश नीति की विफलता को उजागर करती है।
✅ भारतीय नागरिकों की विदेशों में सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने में सरकार की नाकामी साफ दिखती है।
✅ इस पर सरकार की चुप्पी एक कमजोर नेतृत्व का संकेत देती है।

अवैध प्रवास से जुड़ी चिंताएं:

📊 संख्या: अमेरिका में 7.25 लाख अवैध भारतीय प्रवासी हैं।
📊 भविष्य का खतरा: अमेरिकी ICE (Immigration and Customs Enforcement) ने 15 लाख लोगों की निर्वासन सूची तैयार की है, जिसमें 18,000 भारतीय शामिल हैं।

By Tara