Tirupati STAMPEDE

तिरुपति भगदड़: 6 की मौत, कई घायल

आंध्र प्रदेश के तिरुपति में वैकुंठ द्वार सर्व दर्शन टोकन वितरण के दौरान हुई भगदड़ में कम से कम 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह दर्दनाक घटना भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के दर्शन के लिए टोकन प्राप्त करने के दौरान हुई, जहां बड़ी संख्या में भक्त इकट्ठा हुए थे।

घटना का विवरण

तिरुमला हिल्स पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस साल, वैकुंठ एकादशी के अवसर पर विशेष दर्शन (वैकुंठ द्वार सर्व दर्शन) के लिए टोकन वितरण की प्रक्रिया शुरू की गई थी।

टोकन वितरण की व्यवस्था 94 काउंटरों के माध्यम से नौ केंद्रों पर की गई थी। हालांकि, दर्शन के लिए टोकन प्राप्त करने के इच्छुक भक्तों की भारी भीड़ को संभालने में प्रशासन असफल रहा। इसी दौरान, टोकन प्राप्त करने की जल्दी में भगदड़ मच गई, जिससे 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में तीन महिलाएं शामिल थीं।

घायलों की स्थिति

इस हादसे में कई श्रद्धालु घायल हो गए, जिन्हें तत्काल पास के रुइया अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, घायलों का इलाज जारी है और कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।

सरकारी प्रतिक्रिया

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने अधिकारियों को घायलों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा देने और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं और अधिकारियों को टोकन वितरण प्रणाली की समीक्षा करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भीड़ प्रबंधन की योजना में सुधार लाने के लिए कहा है।

महत्वपूर्ण कार्यक्रम – वैकुंठ द्वार दर्शन

वैकुंठ द्वार सर्व दर्शन एक विशेष धार्मिक आयोजन है, जिसमें श्रद्धालुओं को भगवान वेंकटेश्वर के निःशुल्क दर्शन करने का अवसर मिलता है। इस वर्ष 10 जनवरी (वैकुंठ एकादशी) के लिए विशेष दर्शन आयोजित किए जाने थे, जिसके लिए टोकन वितरित किए जा रहे थे।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और अव्यवस्थित व्यवस्था के कारण यह हादसा हुआ। यह आयोजन भक्तों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन को शुभ माना जाता है और मान्यता है कि इस दिन भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।

जांच और सुधार की योजना

घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा उपायों और भीड़ प्रबंधन में खामियों की पहचान की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

प्रशासन ने यह भी घोषणा की है कि घायलों को सभी आवश्यक चिकित्सा सेवाएं मुफ्त में दी जाएंगी और मृतकों के परिवारों को मुआवजा प्रदान किया जाएगा।

भविष्य की सुरक्षा के उपाय

प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू करने की योजना बनाई है। इनमें:

  1. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था – अधिक पुलिस बल की तैनाती।
  2. ऑनलाइन टोकन प्रणाली – फिजिकल टोकन वितरण के बजाय डिजिटल विकल्पों को बढ़ावा देना।
  3. प्रवेश नियंत्रण – भीड़ को छोटे समूहों में विभाजित करके प्रवेश की अनुमति देना।
  4. आपातकालीन सहायता दलों की तैनाती – दुर्घटनाओं से निपटने के लिए तैयार मेडिकल और राहत टीमों की व्यवस्था।

निष्कर्ष

तिरुपति की यह भगदड़ एक दुखद और चिंताजनक घटना है, जिसने भीड़ प्रबंधन की खामियों को उजागर किया है। प्रशासन इस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्त करने की दिशा में काम कर रहा है।

श्रद्धालुओं के लिए यह आयोजन धार्मिक आस्था का प्रतीक है, लेकिन भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अधिक प्रभावी योजनाएं और व्यवस्थाएं लागू करना आवश्यक है।

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