Home Bihar एक सेब के लिए विवेक को मार डाला: 6 साल के मासूम ने पूजा का फल खाया, इसलिए टीचर और उसकी पत्नी ने पीट-पीटकर मार डाला

एक सेब के लिए विवेक को मार डाला: 6 साल के मासूम ने पूजा का फल खाया, इसलिए टीचर और उसकी पत्नी ने पीट-पीटकर मार डाला

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एक सेब के लिए विवेक को मार डाला: 6 साल के मासूम ने पूजा का फल खाया, इसलिए टीचर और उसकी पत्नी ने पीट-पीटकर मार डाला

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गया31 मिनट पहले

परिजनों ने लगाई न्याय की गुहार।

गया के वजीरगंज प्रखंड के उबड़ा गांव के रहने वाले 6 साल के विवेक कुमार की बेरहमी से पिटाई के बाद हुई मौत के पीछे का कारण जानकर आप अचरज में पड़ जाएंगे। महज छह साल के विवेक को उसके टीचर और उसकी पत्नी ने इसलिए बेरहमी से और एकांत कमरे में ले जाकर मारा कि उसने पूजा के लिए रखे गए फल को उठा कर खा लिया था। पूजा का फल खाना ही विवेक के लिए काल बन गया। टीचर विकास सिंह व उसकी पत्नी को इतना गुस्सा आया। उसने एकांत कमरे में ले जाकर बेरहमी से पिटाई की। न केवल पिटाई ही कि बल्कि विवेक को फर्श पर पटकर उसकी छाती पर भी चढ़ गए। यह बातें खुद विवेक ने अपने दादा जी रामबालक प्रसाद को मरने से पहले बताई थी।

रामबालक प्रसाद का कहना है कि विवेक को अर्द्ध बेहोशी की हालत में उसके गांव का एक ऑटो ड्राइवर और एक आदमी घर लेकर आए थे। वह सड़क पर लेटा हुआ था। उसकी हालत नाजुक थी। उसे तत्काल प्रभाव से हॉस्पिटल ले गए। हॉस्पिटल ले जाने के दौरान विवेक जब लीटिल लीडर्स पब्लिक स्कूल के संचालक टीचर विकास सिंह और उसकी पत्नी की करतूत की जानकारी दी तो कलेजा दहल उठा। विवेक ने बताया है कि उसने पूजा की थाली में उठा कर एक फल खा लिया था। इसी बात के लिए उसे उसके टीचर ने बेरहमी से पीटा। विवेक ने बताया है कि टीचर विकास सिंह ने दोनों हाथ से एक ही साथ कनपटी के नीचे इतना जोर से मारा कि वह वहीं पर बेहोशी की हालत में पहुंच गया। इसके बाद तो विकास सिंह सीने पर लात रख कर चढ़ गया।

विवेक सिंह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

राम बालक सिंह ने बताया कि विकास सिंह को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि आवासीय लिटिल लीडर्स स्कूल चार वर्ष पहले ही खुला था। यह रेसिडेंसियल स्कूल है। हॉस्टल में विभिन्न गांवों के 15-20 बच्चे पढ़ते हैं। हॉस्टल का फी हर महीने वह ढाई हजार रुपये दिया करते थे। विवेक की दादी ने बताया कि अपने पोते के लिए नमकीन, मठरी, किशमिश लेकर उससे मिलने के लिए बुधवार को स्कूल जाने वाले थे। लेकिन अब नमकीन व किशकिश सभी उसकी राह देख रहे हैं।

बच्चों के साथ मारपीट अक्सर की जाती थी

राम बालक सिंह के घर आए हुए उसी गांव के धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि स्कूल में बच्चों के साथ मारपीट अक्सर की जाती थी। टीचर ने उसके बेटे को एक दिन ऐसा मारा कि उसका हाथ टूट गया। उसके हाथ प्लास्टर चढ़ा हुआ है। वहीं एक महिला ने भी बताया कि उसके घर की बेटी को भी स्कूल वालों ने बुरी तरह से पीटा था। वह कई दिनों तक बीमार रही थी।

6 साल का छात्र स्कूल के बाहर बेहोश मिला, चेहरे पर सूजन थी

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