कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस्तीफे की घोषणा की |
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की है। उन्होंने यह घोषणा करते हुए कहा कि उनका इस्तीफा 24 मार्च, 2025 तक प्रभावी होगा, जब तक कि उनकी पार्टी एक नया नेता चुन नहीं लेती। ट्रूडो ने अपने फैसले के पीछे पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष, घटते जनसमर्थन और देश के नागरिकों को एक “वास्तविक विकल्प” देने की आवश्यकता को कारण बताया।
इस्तीफे की पृष्ठभूमि:
जस्टिन ट्रूडो ने 2015 में प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया था और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई प्रमुख नीतियों को लागू किया। हालांकि, हाल के वर्षों में लिबरल पार्टी को लगातार गिरते समर्थन का सामना करना पड़ा है।
2021 के चुनाव में, ट्रूडो की पार्टी को बहुमत नहीं मिला, जिससे उन्हें अल्पसंख्यक सरकार बनानी पड़ी। इसके अलावा, बढ़ती महंगाई, आवास संकट, और सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर जनता में नाराजगी बढ़ी।
आंतरिक संघर्ष:
ट्रूडो के इस्तीफे के फैसले में आंतरिक संघर्ष भी एक महत्वपूर्ण कारक रहा। वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड के हाल ही में सरकार से इस्तीफा देने के बाद पार्टी के भीतर असहमति की स्थिति सामने आई। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और सांसद नीतियों और नेतृत्व को लेकर खुलेआम सवाल उठाने लगे थे।
इस्तीफे की घोषणा:
अपने इस्तीफे की घोषणा में, ट्रूडो ने कहा, “कनाडा को अगली पीढ़ी के लिए एक स्पष्ट विकल्प की जरूरत है। देश को ऐसा नेतृत्व चाहिए जो नए विचारों और दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ सके।” उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे की नीतियों की आलोचना की और कहा कि लिबरल पार्टी की प्रगतिशील नीतियों को आगे ले जाने के लिए नया नेतृत्व जरूरी है।
उपलब्धियाँ:
ट्रूडो ने अपने कार्यकाल में कई प्रमुख उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- मध्यम वर्ग को कर में राहत और आर्थिक सुधार।
- जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए व्यापक रणनीतियाँ और पर्यावरण संरक्षण उपाय।
- COVID-19 महामारी के दौरान आर्थिक सहायता और टीकाकरण अभियान का सफल प्रबंधन।
- सामाजिक समानता और समावेशी नीतियाँ।
पार्टी नेतृत्व की दौड़:
लिबरल पार्टी अब नए नेता के चयन के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू करेगी। संभावित उम्मीदवारों में बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी और अंतर-सरकारी मामलों के मंत्री डोमिनिक लेब्लांक शामिल हैं।
चुनावी संभावनाएँ:
कनाडा में अगला संघीय चुनाव 20 अक्टूबर, 2025 तक होने की संभावना है। ट्रूडो के इस्तीफे के बाद, लिबरल पार्टी को अपनी छवि सुधारने और जनता का विश्वास वापस पाने के लिए नए नेतृत्व के तहत कड़ी मेहनत करनी होगी।
राजनीतिक प्रभाव:
ट्रूडो का इस्तीफा कनाडाई राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। उनकी प्रगतिशील नीतियों ने देश में सामाजिक और आर्थिक सुधार लाए, लेकिन हालिया आर्थिक चुनौतियाँ और आंतरिक संघर्ष उनके लिए कठिन साबित हुए।
निष्कर्ष:
जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा एक युग के अंत का संकेत है, जिसमें उन्होंने कनाडा को प्रगतिशील नीतियों के माध्यम से आगे बढ़ाया। अब लिबरल पार्टी को नए नेतृत्व के साथ एक नई दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है, ताकि वे आगामी चुनाव में जनता का विश्वास फिर से जीत सकें।