Home Bihar गंगाजल उद्भव योजना का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री: 27 एकड़ जमीन पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं 350 एकड़ में बन रहा है जल संचयन केंद्र

गंगाजल उद्भव योजना का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री: 27 एकड़ जमीन पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं 350 एकड़ में बन रहा है जल संचयन केंद्र

0
गंगाजल उद्भव योजना का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री: 27 एकड़ जमीन पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं 350 एकड़ में बन रहा है जल संचयन केंद्र

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Bihar
  • Nalanda
  • Water Treatment Plant Is Being Built On 27 Acres Of Land And Water Harvesting Center Is Being Built On 350 Acres

नालंदा6 मिनट पहले

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज हेलीकॉप्टर से नारदीगंज के मोतनाज पहुंचे। जहां 27 एकड़ भूमि को अधिग्रहित कर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं घोड़ा कटोरा जल संचय केंद्र का जायजा लिया। जल संचयन के लिए कुल 350 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है। इस पूरे परियोजना पर ₹2600 करोड़ खर्च हो रहा है।

दरअसल सरकार के ड्रीम प्रोजेक्टों में शुमार गंगा उद्भव योजना का काम अंतिम चरण में है। 11 मई को ड्राई रन तो 15 मई को ट्रायल रन सफल रहने के बाद अधिकारियों व कर्मियों का उत्साह चरम पर है। मोकामा से गिरियक के घोड़ाकटोरा में बना जलाशय में गंगाजल पहुंच चुका है। अब राजगीर, गया, बोधगया और नवादा के घरों में गंगाजल पहुंचना बाकी है।

मीडिया से मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यहां पानी को ट्रीटमेंट कर घरों तक पहुंचाया जाएगा ताकि लोगों को शुद्ध जल पीने के लिए मिल सके। साल के 4 महीने बरसात के दिनों में यहां गंगा से पानी लाया जाएगा, जिसके बाद इसे जल संचय में स्टोर कर घरों तक पीने का शुद्ध पानी मुहैया कराया जाएगा। सीएम के समक्ष गंगा के पानी का ट्रायल किया गया, जिसे देखकर मुख्यमंत्री काफी प्रसन्न हुए। जिसके बाद उनका काफिला सड़क मार्ग से राजगीर की ओर निकल पड़ा। सीएम के आने के पूर्व नवादा एवं नालंदा जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के चाक चौबंद किए गए थे।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link