Home Bihar जलजमाव अब हुआ जानलेवा: उल्टी-दस्त का बढ़ा प्रकाेप, बालूघाट की किशाेरी की डायरिया से माैत, हंगामा, पिछले 10 दिनों में जिले में वायरल बुखार से पीड़ित 1310 बच्चों को विभिन्न अस्पतालों में कराया गया है भर्ती

जलजमाव अब हुआ जानलेवा: उल्टी-दस्त का बढ़ा प्रकाेप, बालूघाट की किशाेरी की डायरिया से माैत, हंगामा, पिछले 10 दिनों में जिले में वायरल बुखार से पीड़ित 1310 बच्चों को विभिन्न अस्पतालों में कराया गया है भर्ती

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जलजमाव अब हुआ जानलेवा: उल्टी-दस्त का बढ़ा प्रकाेप, बालूघाट की किशाेरी की डायरिया से माैत, हंगामा, पिछले 10 दिनों में जिले में वायरल बुखार से पीड़ित 1310 बच्चों को विभिन्न अस्पतालों में कराया गया है भर्ती

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मुजफ्फरपुरएक घंटा पहले

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मौत के बाद सदर अस्पताल में एम्बुलेंस में तोड़फोड़। - Dainik Bhaskar

मौत के बाद सदर अस्पताल में एम्बुलेंस में तोड़फोड़।

  • एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में वायरल बुखार पीड़ित 34 और मरीज भर्ती, इनमें दो की उम्र महज 15 दिन

एईएस, वायरल बुखार और डेंगू के प्रकोप के बीच शहरी क्षेत्र में भारी जलजमाव के कारण अब डायरिया जानलेवा होने लगी है। शुक्रवार को सदर अस्पताल में डायरिया से पीड़ित 15 साल की किशाेरी अमृता कुमारी ने दम तोड़ दिया। उसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। सही तरीके से इलाज नहीं करने का आरोप भी लगाया। जिसके कारण अफरा-तफरी मची रही।

कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षा गार्डों ने हंगामा कर रहे लोगों को किसी तरह शांत कराया। बच्ची के पिता सूरज सहनी ने बताया कि वे बालूघाट जंगली माई स्थान के रहने वाले हैं। गुरुवार रात 9 बजे अचानक बच्ची की हालत बिगड़ गई। कै-दस्त हो रहा था। मोहल्ले के एक कंपाउंडर से दिखाया।

उसने कहा कि डायरिया है, अस्पताल ले जाएं। बच्ची को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। उसे स्लाइन चढ़ाया गया। इसके बाद सभी नर्स और डॉक्टर चले गए। रात दस बजे से बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी। पूरे अस्पताल में भागदौड़ करते रहे। लेकिन कोई डॉक्टर या नर्स नहीं मिली।

सुबह बच्ची ने दम तोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल कर्मी ने शव को उठाकर एंबुलेंस में रख दिया और जाने काे कहा। लेकिन सूरज ने माेहल्ले के लाेगाें काे जानकारी दी ताे दर्जनों लाेग जुट गए और अस्पताल में हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर टाउन थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और लाेगाें काे समझाकर शांत कराया।‌ उधर, सिविल सर्जन ‌डाॅ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि इस संबंध में उपाधीक्षक से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी।

एसकेएमसीएच में डेंगू के दो नए संदिग्ध मरीज मिले
कोरोना के मरीज कम हुए तो अब जिले में डेंगू के मरीज मिलने लगे हैं। शुक्रवार को डेंगू के दो संदिग्धों मरीजों का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए एसकेएमसीएच की लेबोरेटरी में भेजा गया। दोनों मरीज एसकेएमसीएच के ओपीडी में आए थे। दोनों डेंगू का संदिग्ध मानकर उनका सैंपल एलाइजा टेस्ट के लिए भेजा गया है।

वायरल फीवर पीड़ित 34 नए भर्ती, 54 बच्चे स्वस्थ
इधर, मुजफ्फरपुर में भी एसकेएमसीएच व केजरीवाल में 34 बीमार बच्चे भर्ती हुए हैं। साथ ही 54 बीमार बच्चे स्वस्थ हाेने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए। वायरल बुखार से पीड़ित 111 बच्चाें में 109 बच्चे मुजफ्फरपुर के तथा 2 बच्चे पूर्वी चंपारण के हैं। एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में शुक्रवार को वायरल फीवर से पीड़ित 34 बच्चे और भर्ती कराए गए।

वहीं, 54 बच्चे डिस्चार्ज भी हुए। एसकेएमसीएच में 4 बच्चे भर्ती हुए, जबकि 10 बच्चों को डिस्चार्ज किया गया। शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि वार्ड में वायरल फीवर से पीड़ित 40 बच्चों का इलाज चल रहा है। इधर, केजरीवाल अस्पताल में शुक्रवार को 27 बच्चे वायरल फीवर से पीड़ित होकर इलाज के लिए आए।

जबकि 24 घंटे के अंदर 42 बच्चे डिस्चार्ज हुए हैं। केजरीवाल में शुक्रवार को दो ऐसे बच्चे भी वायरल फीवर से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंचे, जिनकी उम्र मात्र 15 दिन है। इधर, सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि वायरल फीवर का प्रकोप कम हुआ है।

इधर, केयर इंडिया की टीम ने एसकेएमसीएच में बीमार बच्चों का रिकॉर्ड खंगाला : केयर इंडिया की टीम ने शुक्रवार को एसकेएमसीएच में वायरल फीवर से बीमार हुए बच्चों का रिकॉर्ड खंगाला। वहीं, पीकू अस्पताल में रजिस्टर की जांच की। जिला समन्वयक सौरभ तिवारी ने बताया कि वायरल फीवर से कितने बच्चे बीमार हुए, इसको खंडवार किया जा रहा है। शनिवार को टीम केजरीवाल अस्पताल में जाकर बीमार बच्चों की जानकारी जुटाएगी।

रैपिड रिस्पांस टीम वायरल फीवर से बीमार बच्चों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराएगी : एक्यूट ब्रोकाेलाइटिस से पीड़ित बच्चों के त्वरित इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को 8 रैपिड रिस्पांस टीम गठित की है। साथ ही टीम को सर्वाधिक प्रभावित 8 प्रखंडों (औराई, बंदरा, बाेचहां, कांटी, मीनापुर, मुशहरी, मड़वन व सकरा) में रवाना कर दिया है। वहीं, बीमार बच्चों की सूची भी पीएचसी प्रभारियों को भेजी गई है। आईडीएसपी विभाग की ओर से कहा गया है कि वायरल फीवर से बीमार बच्चों को यह टीम रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाएगी और त्वरित इलाज शुरू कराएगी।

केजरीवाल अस्पताल में भर्ती अपने बच्चों की देखभाल करतीं महिलाएं।

केजरीवाल अस्पताल में भर्ती अपने बच्चों की देखभाल करतीं महिलाएं।

वायरल बुखार से बीमार 111 बच्चों में ब्राेंकियाेलाइटिस की पुष्टि
मुजफ्फरपुर | एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में वायरल बुखार से बीमार होकर भर्ती 111 बच्चों में ब्राेंकियाेलाइटिस की पुष्टि हुई हैं। इनमें 109 बच्चे जिले के 8 प्रखंडाें औराई, बंदरा, बोचहां, कांटी, मीनापुर, मुशहरी मड़वन और सकरा के रहने वाले हैं। जबकि दो बच्चे पूर्वी चंपारण के रहने वाले हैं।

इसमें केजरीवाल अस्पताल में 82 बच्चे तथा एसकेएमसीएच में 29 बच्चे भर्ती हुए। हालांकि, अधिकतर बच्चे इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। बता दें कि पिछले 10 दिनों में 1310 बच्चे वायरल बुखार से पीड़ित होकर भर्ती हुए हैं। जिनमें रोटावायरस, इन्फ्लुएंजा वायरस, राइनोवायरस समेत अन्य वायरस का प्रकोप था।

आईडीएसपी के राज्य निरीक्षण पदाधिकारी डॉ. रंजीत कुमार ने कहा कि एसकेएमसीएच के पीकू और केजरीवाल अस्पताल में बच्चों का इलाज कर रहे शिशु रोग विशेषज्ञों को बच्चों की जांच गंभीरता से करने का निर्देश दिया गया है। जो बच्चे स्वस्थ हुए हैं, उनकी तबीयत पर नजर रखने के लिए पीएचसी व सीएचसी प्रभारियों को निर्देश गया है।

राहत की बात यह है जितने बच्चे शुक्रवार को भर्ती कराए गए, उससे 20 ज्यादा 54 बच्चे स्वस्थ होकर लौटे

लौटी मुस्कान : समय पर इलाज से हारी बीमारी

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वायरल बुखार से पीड़ित अपने बच्चे की देखभाल के लिए महिला करीब तीन दिनों से एसकेएमसीएच में दिन-रात काट रही थी। ममता के कारण मां वार्ड छोड़कर नहीं जा रही थी। शुक्रवार को बच्चे के स्वस्थ होने पर डॉक्टर ने जैसे ही वार्ड से बच्चे को डिस्चार्ज किया, मां के मुरझाए चेहरे पर मुस्कान तैर गई।

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