Source : BBC

दिल्ली में वायु गुणवत्ता “गंभीर” स्तर पर पहुंचने के कारण ग्रैप-4

दिल्ली में वायु गुणवत्ता “गंभीर” स्तर पर पहुंचने के कारण ग्रैप-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान चरण-4) फिर से लागू कर दिया गया है। यह वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सबसे सख्त उपायों में से एक है। इसके तहत कई सख्त कदम उठाए गए हैं:

  1. डीजल वाहनों पर प्रतिबंध:
    • बीएस-VI मानकों को छोड़कर सभी डीजल लाइट मोटर वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
    • केवल आवश्यक सामान ले जाने वाले या सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहन ही ट्रकों में अनुमति प्राप्त कर सकते हैं।
  2. औद्योगिक गतिविधियों पर रोक:
    • गैर-आवश्यक उद्योग, जो स्वीकृत प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन नहीं करते, बंद रहेंगे।
    • निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियां रोक दी गई हैं, सिवाय राष्ट्रीय सुरक्षा, रेलवे और मेट्रो से जुड़ी परियोजनाओं के।
  3. सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय:
    • स्कूलों में ई-क्लास फिर से शुरू कर दी गई हैं ताकि बच्चों को बाहरी प्रदूषण से बचाया जा सके।
    • बुजुर्गों और बच्चों को बाहरी गतिविधियों से बचने की सलाह दी गई है।
  4. यातायात और वैकल्पिक उपाय:
    • सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि प्रभावित लोग आवागमन कर सकें।
    • कारपूलिंग और साझा परिवहन की सलाह दी जा रही है।
  5. नागरिकों के लिए दिशानिर्देश:
    • निजी वाहनों के उपयोग को कम करने की अपील की गई है।
    • मास्क पहनने और एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

यह फैसला वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा तब लिया गया जब दिल्ली का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 450 के पार पहुंच गया, जो खतरनाक स्तर को दर्शाता है। इन उपायों का उद्देश्य प्रदूषण को कम करना और जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा करना है।

प्रदूषण से निपटने के लिए आप निम्नलिखित उपाय अपनाकर अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं:

स्वास्थ्य की देखभाल के उपाय

  1. मास्क का उपयोग करें:
    • N95 मास्क पहनें, क्योंकि यह हवा में मौजूद हानिकारक कणों (PM2.5 और PM10) से बचाने में मदद करता है।
  2. एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें:
    • घर और ऑफिस में एयर प्यूरीफायर लगाएं, खासकर उन जगहों पर जहां प्रदूषण ज्यादा है।
  3. खानपान पर ध्यान दें:
    • एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ (जैसे फल, सब्जियां, और विटामिन C) खाएं।
    • पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, जिससे शरीर डिटॉक्स हो सके।
  4. घर के अंदर रहें:
    • सुबह और शाम के समय, जब वायु प्रदूषण अधिक होता है, बाहरी गतिविधियों से बचें।
  5. व्यायाम से परहेज करें:
    • खुले में दौड़ने या अन्य शारीरिक गतिविधियों से बचें क्योंकि गहरी सांस लेने से प्रदूषित कण फेफड़ों में जा सकते हैं।

पर्यावरण के लिए उपाय

  1. कारपूलिंग और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें:
    • निजी वाहनों का उपयोग कम करें और साझा परिवहन साधनों का सहारा लें।
  2. ऊर्जा की बचत करें:
    • बिजली का कम से कम उपयोग करें और ऊर्जा दक्ष उपकरणों का उपयोग करें।
  3. ग्रीनरी बढ़ाएं:
    • अपने घर के आसपास पौधे लगाएं। तुलसी, स्नेक प्लांट, और मनी प्लांट जैसे पौधे हवा को शुद्ध करने में मदद करते हैं।
  4. कचरा न जलाएं:
    • कचरा जलाने से खतरनाक प्रदूषक उत्सर्जित होते हैं। इसे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत निपटाएं।
  5. इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स का उपयोग करें:
    • ऐसे उत्पादों का इस्तेमाल करें जो पर्यावरण के लिए हानिकारक न हों, जैसे कपड़े के बैग और बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग।

GRAP-4 के तहत प्रदूषण रोकने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम

  • वायु प्रदूषण निगरानी: हर क्षेत्र में AQI की निगरानी के लिए मोबाइल वैन तैनात की गई हैं।
  • पानी का छिड़काव: निर्माण स्थलों और सड़कों पर धूल कम करने के लिए नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
  • जन जागरूकता अभियान: रेडियो, टीवी और सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।