Home Bihar देखिए, कोरोना काल में कैसे चल रहा हेल्थ सिस्टम: सरकार ने छुट्‌टी पर लगाई है रोक; पर डॉक्टर सहित 37 कर्मचारी बिना बताए गायब

देखिए, कोरोना काल में कैसे चल रहा हेल्थ सिस्टम: सरकार ने छुट्‌टी पर लगाई है रोक; पर डॉक्टर सहित 37 कर्मचारी बिना बताए गायब

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देखिए, कोरोना काल में कैसे चल रहा हेल्थ सिस्टम: सरकार ने छुट्‌टी पर लगाई है रोक; पर डॉक्टर सहित 37 कर्मचारी बिना बताए गायब

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पटना12 मिनट पहले

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कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों से लेकर कर्मियों की छुट्‌टी पर रोक लगा दी है। लेकिन, किस तरह से डॉक्टर और कर्मचारी ड्यूटी कर रहे हैं। इसका खुलासा जांच में हो रहा है। पटना में DM ने डॉक्टरों और कर्मचारियों की ड्यूटी की क्रॉस चेकिंग कराई तो डॉक्टरों के साथ 37 कर्मचारी गायब पाए गए। नियम तोड़ने के इस गंभीर मामले में DM ने डॉक्टरों के साथ अनुशासनहीनता करने वाले कर्मचारियों से जवाब मांगा है।

धावा दल ने पकड़ी थी बड़ी चोरी
पटना के सिविल सर्जन कार्यालय के साथ गर्दनीबाग में स्वास्थ्य विभाग के निरीक्षण के लिए धावा दल ने धावा मारा था। इस दौरान सुबह 10 बज कर 45 मिनट पर डॉक्टर सहित 37 कर्मचारी गायब पाए गए थे। धावा दल ने इसकी रिपोर्ट पटना डीएम को थी जिसके बाद मामला गंभीर हो गया। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने आदेश जारी किया डॉक्टर और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटते हुए सभी कर्मियों को ऑफिस से गायब होने का कारण बताने को कहा है। डीएम का कहना है कि कर्मचारी और डॉक्टर का गायब होना बड़ा मामला है। यह अनुशासन हीनता के साथ कर्तव्य के प्रति बड़ी लापरवाही है। स्वास्थ्य विभाग के आदेश के उल्लंघन का भी यह बड़ा मामला है।

सिविल सर्जन कार्यालय में काम प्रभावित
कर्मचारियों के साथ जिम्मेदार लोगों के गायब होने से आम आदमी का काम काफी प्रभावित होता है। कोरोना काल में मदद के लिए लोग आते हैं। अस्पताल में कोई काम फंसा होता है, उसके लिए लोग दौड़ते हैं। कोरोना से मरने वालों के मुआवजा को लेकर लोग काफी परेशान है और वह दौड़कर आते हैं लेकिन उनका काम नहीं होता है। मुआवजा के लिए लोगों की लाइन लगी रहती है लेकिन कर्मचारियों के नहीं आने से काम आगे नहीं बढ़ पाता है। स्वास्थ्य सेवा की अन्य योजना के अनुदान को लेकर भी लोग दौड़ते हैं। कर्मचारियों की मनमानी से पूरा काम प्रभावित रहता है।

सिविल सर्जन कार्यालय में 22 गायब
जांच में सिविल सर्जन कार्यालय के 22 कर्मचारी गायब पाए गए हैं। सिविल सर्जन कार्यालय में हर कर्मचारी का बड़ा महत्व होता है और बड़ी जवाबदेही होती है। इसके बाद भी उनके गायब रहने से काफी समस्या होती है। आम आदमी को काम के लिए दौड़ना पड़ता है और अफसरों का कर्मियों पर कोई अंकुश नहीं है। इसी तरह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में 8 कर्मचारी अनुपस्थिति पाए गए। अब इन कर्मियों से जवाब मांगा जा रहा है।

इसी तरह से प्रतिरक्षण कार्यालय से भी 8 लोग गायब रहे। जब वैक्सीनेशन को लेकर सरकार गंभीर है और ऐसे समय में कर्मचारियों का गायब होना बड़ा मामला है। कर्मचारियों की मनमानी से कोरोना का टीकाकरण प्रभावित होता है। डीएम पटना डॉ. चंद्रशेखर ने इस गंभीर मामले में जवाब तलब किया है।

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