Home Bihar पंचायत चुनाव पर कोरोना का साया: कई जिलों के DM ने CM के सामने रखी बात; कहा- अभी हालात चुनाव कराने लायक नहीं, 2 DM हैं संक्रमित

पंचायत चुनाव पर कोरोना का साया: कई जिलों के DM ने CM के सामने रखी बात; कहा- अभी हालात चुनाव कराने लायक नहीं, 2 DM हैं संक्रमित

0
पंचायत चुनाव पर कोरोना का साया: कई जिलों के DM ने CM के सामने रखी बात; कहा- अभी हालात चुनाव कराने लायक नहीं, 2 DM हैं संक्रमित

[ad_1]

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

पटनाएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

बिहार में कोरोना के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है। आम जनजीवन का बुरा हाल है, ऐसे में पंचायत चुनाव कैसे होंगे। यह वही सवाल है जो कई जिलों के DM ने सरकार के सामने रखा है। कोरोना के हालात पर, CM स्तर पर विभिन्न जिलों के DM के साथ हुई बातचीत में कई DM ने इन हालात में पंचायत चुनाव कराने में असमर्थता जाहिर की है।

कई DM खुद हैं कोरोना की चपेट में

कोरोना के कहर ने इस बार आम लोगों पर तो अपना कहर बरपाया ही है, खास भी इससे बचे नहीं हैं। बिहार के एक पूर्व मंत्री की कोरोना से मौत हो चुकी है। नालंदा और गया के DM कोरोना संक्रमित हैं। नूरसराय के BD0 राहुल कुमार की तो कोरोना ने जान ले ली है। यही नहीं, बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी और अधिकारी भी इसकी चपेट में है।

CM के साथ हुई बैठक में कई DM ने जताई चिंता

कोरोना संक्रमण को लेकर हालात पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के DM के साथ बैठक की थी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कई जिलों के DM ने ऐसे हालात में पंचायत चुनाव कराए जाने पर अपनी चिंता जाहिर की थी। यही वजह है कि सरकार ने भी अनौपचारिक रूप से राज्य निर्वाचन आयोग को हालात के अनुसार फैसला लेने की सलाह दी है।

राज्य निर्वाचन आयोग की भी हैं कई परेशानियां

राज्य निर्वाचन आयोग भले ही तैयारियों के स्तर पर लगातार आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसके लिए मुश्किलें कम नहीं है। EVM को लेकर उसकी परेशानी कम तो हुई है लेकिन खत्म नहीं हुई हैं। पंचायत चुनाव M2 मॉडल की EVM से होंगे यह तो साफ हो चुका है लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग को ये EVM मिलेंगी कब, इसका जबाब भारत निर्वाचन आयोग ने अब तक नहीं दिया है। यही वजह है कि राज्य निर्वाचन आयोग चुनावी तारीखों के ऐलान को लेकर अब भी संशय में है। इसके अलावा आयोग के लिए कोरोना संक्रमण काल में जिला निर्वाची पदाधिकारियों से चुनावी तैयारी करवा पाना भी मुश्किल हो रहा है। कई पत्र और रिमाइंडर भेजे जाने के बावजूद आयोग को मांगी जा रही जानकारी नहीं मिल पा रही है। हालात ये हैं कि कम्युनिकेशन शैडो जोन को लेकर कैमूर, जमुई, गया, किशनगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों को आयोग ने लगातार तीसरी बार रिमाइंडर भेजा है। कम्युनिकेशन शैडो जोन वैसे बूथ होते हैं जहां इंटरनेट नेटवर्क काम नहीं करता। लाइव वेबकास्टिंग की तैयारी कर रहे आयोग के लिए यह जानकारी बेहद अहम है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link