Home Bihar बिहार के 19 जिलों में बारिश का अलर्ट: चंपारण, सीमांचल, कोसी, मिथिला के जिलों में तेज बारिश के आसार, लाल निशान से ऊपर बह रही गंडक

बिहार के 19 जिलों में बारिश का अलर्ट: चंपारण, सीमांचल, कोसी, मिथिला के जिलों में तेज बारिश के आसार, लाल निशान से ऊपर बह रही गंडक

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बिहार के 19 जिलों में बारिश का अलर्ट: चंपारण, सीमांचल, कोसी, मिथिला के जिलों में तेज बारिश के आसार, लाल निशान से ऊपर बह रही गंडक

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पटना31 मिनट पहले

जल संसाधन विभाग के द्वारा अगले 48 घंटे तक हाई अलर्ट जारी किया गया है।

बिहार में मानसून विदाई से पहले एक बार फिर से जमकर बरस रहा है। मौसम विभाग के द्वारा सोमवार को उत्तर पश्चिम और दक्षिण पश्चिम में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।पिछले कुछ दिनों से नेपाल के तराई वाले इलाकों में हुई बारिश की वजह से गंडक नदी के जलस्तर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही थी। दूसरी तरफ वाल्मीकि नगर बराज के 36 गेट खोल दिए गए थे। हालांकि वाल्मीकि नगर बराज पर नदी का जलस्तर कम भी हुआ है, लेकिन पानी कम होने के बाद तटबंधों पर कटाव का खतरा बढ़ गया है। बता दें कि प्रदेश में इन दिनों पूर्वी और दक्षिण पूर्वी हवाओं का प्रवाह बना हुआ है।जिसके कारण बारिश की संभावना बनी हुई है।

इधर मौसम विभाग ने प्रदेश के 19 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सारण, सिवान, वैशाली, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज शामिल हैं।

12 अक्टूबर तक ठंड दे सकती है दस्तक

बता दें कि प्रदेश भर में अगले 2 से 4 दिनों तक बारिश होने की संभावना मौसम विभाग के द्वारा जताई जा रही है। इसके बाद मानसून की विदाई संभव है। वहीं मौसम विभाग ने यह भी संभावना जताई है कि प्रदेश भर में 12 या फिर 13 अक्टूबर से ठंड का मौसम शुरू होने लगेगा। यानी अगले हफ्ते से तापमान में तेजी से गिरावट आएगी।

खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंडक, अगले 48 घंटे तक हाई अलर्ट

बता दें कि गंडक बराज द्वारा शुक्रवार की सुबह 4 लाख 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बाढ़ का पानी नए नए इलाकों में फैले लगा है। गोपालगंज में नदी खतरे के निशान के पार होने के बाद वैशाली और मुजफ्फरपुर में भी लाल निशान पार करने की संभावना जताई जा रही है। जल संसाधन विभाग द्वारा अगले 48 घंटे तक हाई अलर्ट जारी किया गया है।

गंडक बराज द्वारा शुक्रवार की सुबह 4 लाख 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।

गंडक बराज द्वारा शुक्रवार की सुबह 4 लाख 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।

बाढ़ के करना पलायन को मजबूर लोग

गोपालगंज पश्चिमी और पूर्वी चंपारण के बड़े इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने से वहां पर रहने वाले लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग वहां से पलायन करने को मजबूर हो रहे है। वहीं दूसरी तरफ गंडक नदी में उफान के कारण गंगा नदी के जल स्तर में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। गंगा नदी का जलस्तर बक्सर, पटना, मुंगेर, भागलपुर में लगातार बढ़ रहा है।

बाढ़ से किसान का हो सकता है नुकसान

वहीं इस साल बारिश होने के बावजूद जिला बाढ़ से वंचित रहा। लेकिन अब बिन मौसम बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद होने के कगार पर है। वहां के कई इलाकों में गंडक नदी का पानी फैलना शुरू हो गया है। जिसके कारण धान के खेत भी डूब गए है, साथ ही सब्जियों के खेत में भी पानी भर चुका है। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से लगातार वहां पर रह रहे लोगों से अपील की जा रही है कि वह अपने घर को छोड़कर वहां से निकल जाए।

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