Home Bihar भतीजे मंत्री के खिलाफ चाचा ने खोला मोर्चा: शिक्षक नियमावली-2023 के विरोध में निकाला आक्रोश मार्च, पहले रामचरित मानस विवाद में किया था सपोर्ट

भतीजे मंत्री के खिलाफ चाचा ने खोला मोर्चा: शिक्षक नियमावली-2023 के विरोध में निकाला आक्रोश मार्च, पहले रामचरित मानस विवाद में किया था सपोर्ट

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भतीजे मंत्री के खिलाफ चाचा ने खोला मोर्चा: शिक्षक नियमावली-2023 के विरोध में निकाला आक्रोश मार्च, पहले रामचरित मानस विवाद में किया था सपोर्ट

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मधेपुरा13 मिनट पहले

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बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर के सेवानिवृत शिक्षक चाचा ने नई नियुक्ति नियमवाली-2023 पर अब अपने भतीजे मंत्री और उनकी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इससे पहले रामचरित मानस विवाद में भतीजे मंत्री के पक्ष में खड़े रहे चाचा उनकी ही सरकार द्वारा बनाई गई शिक्षक नियुक्ति नियमवाली-2023 को काला कानून बता रहे हैं। उसके खिलाफ मरते दम तक आंदोलन करने की बात कह रहे हैं।

वहीं बिहार के शिक्षा मंत्री सेवानिवृत शिक्षक परमेश्वरी प्रसाद यादव ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति नियमवाली-2023 हमारे लिए काला कानून है। इसमें हमें पहले से मिल रही सुविधाओं को भी समाप्त कर दिया गया है। बिना परीक्षा लिए राज्यकर्मी का दर्जा दें। समान काम के लिए समान वेटन लागू करें। ट्रांसफर नीति पूरे राज्य में लागू हो। पिछले 15-16 सालों में ट्रांसफर नीति नहीं होने की वजह से शिक्षक-शिक्षिकाओं का न जाने कितना परिवार उजड़ गया है। हमारा यह कार्यक्रम चरणबद्ध तरीके से चलेगा। आज मजदूर दिवस के दिन जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बाद प्रमंडल और फिर विधानसभा का घेराव करेंगे। हम सभी शिक्षक अपनी जान दे देंगे, लेकिन यह कानून लागू नहीं होने देंगे।

बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर आज शिक्षक संगठनों के बैनर तले हजारों शिक्षक जिला मुख्यालयों में नियमावली के विरोध में आक्रोश मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।

नारेबाजी कर रहे शिक्षकों ने कहा कि शिक्षक नियमावली-2023 का पुरजोर विरोध किया जा रहा है। नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने का वादा कर सत्ता में आई महागठबंधन की सरकार के द्वारा शिक्षकों के साथ अन्याय किया जा रहा है। जब तक नई शिक्षक नियमावली-2023 में संशोधन कर नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा, समान काम के बदले समान वेतन लागू नहीं की जाती है तब तक शिक्षकों का आंदोलन जारी रहेगा।

इस दौरान आक्रोश मार्च में शामिल शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर के विभिन्न मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए कला भवन परिसर पहुंचा जहां कौन सभा में तब्दील कर यह आक्रोश मार्च संपन्न किया गया।

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