तिब्बत में भूकंप से भारी तबाही, 95 की मौत
मंगलवार सुबह तिब्बत क्षेत्र में आए छह भूकंपों में कम से कम 95 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से सबसे शक्तिशाली भूकंप की तीव्रता 7.1 रिक्टर स्केल दर्ज की गई। आधिकारिक शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, 38 लोग घायल भी हुए हैं। इस शक्तिशाली भूकंप के झटके भारत, नेपाल और भूटान के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए।
तिब्बत में भूकंप की जानकारी:
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, 7.1 तीव्रता का भूकंप तिब्बत क्षेत्र में 10 किलोमीटर (6 मील) की गहराई पर केंद्रित था। हालांकि, चीन ने इसकी तीव्रता 6.8 दर्ज की है।
भूकंप का केंद्र उस स्थान पर था, जहां भारत और यूरेशिया प्लेटें टकराती हैं, जिससे हिमालय पर्वत श्रृंखला में ऊंचाइयों में बदलाव होते हैं।
चीन के सरकारी प्रसारक CCTV के अनुसार:
- ऊंचाई: भूकंप के केंद्र के आसपास का औसत ऊंचाई स्तर 4,200 मीटर (13,800 फीट) है।
- स्थान: केंद्र, राजधानी ल्हासा से 380 किलोमीटर (240 मील) और क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े शहर शिगात्से से 23 किलोमीटर (14 मील) दूर था।
- बस्तियां: केंद्र के 5 किलोमीटर (3 मील) के भीतर कुछ समुदाय स्थित थे।
भारत और अन्य पड़ोसी देशों में असर:
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, पहला भूकंप सुबह 6:35 बजे नेपाल-तिब्बत सीमा के पास दर्ज किया गया। 7.1 की तीव्रता को बेहद शक्तिशाली माना जाता है, जो भारी तबाही मचाने में सक्षम है।
मुख्य तथ्य:
- मृतकों की संख्या: 95 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि।
- घायलों की संख्या: 38 लोग घायल हुए।
- तीव्रता: सबसे शक्तिशाली झटका 7.1 रिक्टर स्केल का था।
- प्रभावित देश: भारत, नेपाल और भूटान में भी झटके महसूस किए गए।
स्थिति की निगरानी जारी है, और बचाव दल राहत कार्यों में जुटे हैं।