Home Bihar मुजफ्फरपुर में ग्लौक पिस्टल के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार: :ATS, STF और IPS अफसरों के पास होता है यार पिस्टल, आभूषण व्यवसाई भी आर्म्स तस्करों में शामिल

मुजफ्फरपुर में ग्लौक पिस्टल के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार: :ATS, STF और IPS अफसरों के पास होता है यार पिस्टल, आभूषण व्यवसाई भी आर्म्स तस्करों में शामिल

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मुजफ्फरपुर में ग्लौक पिस्टल के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार: :ATS, STF और IPS अफसरों के पास होता है यार पिस्टल, आभूषण व्यवसाई भी आर्म्स तस्करों में शामिल

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मुजफ्फरपुर28 मिनट पहले

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गिरफ्तार अपराधियों के प्रेस कॉन्फ्रेंस करते एसएसपी - Dainik Bhaskar

गिरफ्तार अपराधियों के प्रेस कॉन्फ्रेंस करते एसएसपी

मुजफ्फरपुर में विशेष पुलिस टीम ने ग्लौक पिस्टल के साथ तीन आर्म्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन तीनों को टाउन थाना के छाता बाजार से आभूषण दुकानदार नरेंद्र कुमार उर्फ मनीष कुमार के घर से हुई। मौके से सकरा थाना के केशोपुर के मंगलम उर्फ गोलू और पियर सिमरा के कुंदन कुमार को भी दबोचा गया। इनके पास से एक ग्लौक पिस्टल, 33 गोलियां, 3.50 लाख रुपए कैश और मोबाइल बरामद हुए। ये सब आर्म्स खरीद-बिक्री की डील कर रहे थे। इसी दौरान SSP जयंतकांत को गुप्त सूचना मिली। उन्होंने टाउन DSP रामनरेश पासवान, टाउन इंसेक्टर अनिल कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया। आभूषण दुकानदार नरेंद्र के घर पर रेड कर तीनों को मौके से दबोच लिया गया।

सरकारी अफसरों के पास होता है ग्लौक पिस्टल

SSP ने बताया कि ग्लौक पिस्टल एक अत्यधिक हाई क्वालिटी का 9MM पिस्टल है। जो सिर्फ ATS, STF और IPS अफसरों और सुरक्षा एजेंसी को भी सप्लाई की जाती है। यह सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल है। तस्करों से पूछताछ में पता लगा कि उक्त पिस्टल पश्चिम बंगाल से लेकर आये थे। इसके बैरल पर जो नम्बर है। पुलिस ने उसका सत्यापन शुरू कर दिया है। तभी पता लगेगा कि आखिर ये पिस्टल किसका है। पुलिस को आशंका है कि कहीं ये चोरी का तो नहीं है। इस एंगल पर जाँच की जा रही है। इसके लिए गन एक्सपर्ट और फैक्ट्री में भी सम्पर्क साधने की कवायद की जा रही है।

मुथूट लूटकांड में तमिलनाडु से जा चुका जेल

इन तीनों तस्करों का पूर्व से आपराधिक रिकॉर्ड है। मंगलम तमिलनाडु के कृष्णगिरी जिले से मुथूट फाइनेंस कंपनी से सोना लूटकांड में और सम्सतीपुर के बंगरा और वैशाली के बलिगांव से लूट और चोरी मामले में जेल जा चुका है। वहीं आभूषण दुकानदार नरेंद्र आर्म्स एक्ट के केस में टाउन थाना से जेल जा चुका है। कुंदन गायघाट से हाल में जेल गया था। जेल से सभी जमानत पर बाहर निकला। इसके बाद फिर आर्म्स की डील कर रहा था। इसी दौरान पुलिस ने तीनों को दबोच लिया।

कोलकाता जेल से हुई थी डील

मंगलम ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पूर्व कोलकाता जेल में बंद कुख्यात अपराधी सुजीत कुमार राय ने उसे व्हाट्सएप कॉल किया था। वह सोना लूट और हत्या के केस में जेल में बंद है। वह समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी का रहने वाला है। उसने एक युवक के माध्यम से ये पिस्टल भेजा था। और कहा था कुंदन के माध्यम से इसे आभूषण दुकानदार नरेंद्र को बेचना है। उसी की डील करने मंगलम और कुंदन नरेंद्र के घर गए थे। 5.50 लाख में सौदा तय हुआ था। नरेंद्र ने 3.50 लाख रुपए उस समय दिए थे। शेष रुपए बाद में देने की बात कही थी। तभी पुलिस ने उन तीनों को दबोच लिया।

क्या है ग्लौक पिस्टल

ग्लौक पिस्टल को ऑस्ट्रिया के गैस्टन ग्लौक ने दूसरे विश्व युद्ध के सेना के लिए बनाया था। यह 9MM पिस्टल है। इसकी खासियत है कि इसमे 17 गोलियां मैगजीन में आती है। इसका निशाना बिल्कुल सटीक होता है। ईजी तो लर्न है। इसे हेलीकॉप्टर से काफी ऊंचाई से गिराया गया, बर्फ में जमाया गया, मिट्टी और कीचड़ में गार दिया गया। इसके बावजूद इसमे कोई खराबी नहीं आयी। विश्व के 48 देशों में इस पिस्टल का इस्तेमाल होता है। भारत और अमेरिका भी उनमें से एक है। इसमे फ्लैश लाइट, लेजर और स्कोप भी लगाया गया है। इसका निशाना बिल्कुल अचूक है।

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