चाइनीज ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी।
यह खबर अमेरिका में टिकटॉक प्रतिबंध से जुड़ी है, जो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में चर्चा का विषय बनी थी। ट्रंप ने सुरक्षा चिंताओं और डेटा गोपनीयता के कारण चाइनीज ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी। हालांकि, टिकटॉक के सीईओ द्वारा बातचीत और समाधान की प्रक्रिया के बाद, ट्रंप ने इस प्रतिबंध को 75 दिनों के लिए टाल दिया। यह घटनाक्रम तब सामने आया जब टिकटॉक के सीईओ ने राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में भाग लिया।
महत्वपूर्ण घटनाएं:
1. ट्रंप का टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय:
- ट्रंप प्रशासन ने टिकटॉक पर आरोप लगाया कि यह ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है क्योंकि इसके डेटा का उपयोग चीनी सरकार द्वारा किया जा सकता है।
- अगस्त 2020 में ट्रंप ने कार्यकारी आदेश जारी किया, जिसमें टिकटॉक को 45 दिनों के भीतर अमेरिकी कंपनियों को बेचे जाने या प्रतिबंधित किए जाने का आदेश दिया।
2. टिकटॉक का रुख:
- टिकटॉक के सीईओ और मूल कंपनी बाइटडांस ने ट्रंप के आरोपों को खारिज किया और कहा कि उनका डेटा अमेरिकी उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से संरक्षित है।
- टिकटॉक ने यह भी दावा किया कि उनका मुख्य डेटा सेंटर चीन के बाहर स्थित है और इसका चीनी सरकार से कोई संबंध नहीं है।
3. प्रतिबंध पर अस्थायी रोक:
- ट्रंप ने प्रतिबंध को 75 दिनों के लिए टाल दिया। इसका कारण टिकटॉक द्वारा संभावित समाधान पेश करना और अमेरिकी तकनीकी कंपनियों के साथ संभावित साझेदारी पर चर्चा करना था।
- यह निर्णय तब आया जब टिकटॉक के सीईओ ने ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों और उद्घाटन समारोह में भाग लेकर इस मामले को सुलझाने का प्रयास किया।
4. संभावित सौदे की चर्चा:
- टिकटॉक ने ऑरेकल और वॉलमार्ट जैसी अमेरिकी कंपनियों के साथ साझेदारी पर चर्चा की। इस समझौते के तहत, इन कंपनियों को टिकटॉक की अमेरिकी संपत्तियों का प्रबंधन सौंपा जा सकता था।
- ट्रंप ने इस सौदे का समर्थन किया और इसे एक समाधान के रूप में देखा जो राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को दूर कर सकता था।
5. नए प्रशासन का रुख:
- जो बाइडन के प्रशासन ने इस मुद्दे को ट्रंप से अलग तरीके से संभाला। बाइडन ने टिकटॉक पर प्रतिबंध की प्रक्रिया की समीक्षा शुरू की और डेटा गोपनीयता पर नए नियम लागू करने का संकेत दिया।
मामले का महत्व:
- यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा गोपनीयता पर ध्यान केंद्रित करता है। ट्रंप प्रशासन ने यह मुद्दा उठाया कि विदेशी कंपनियों द्वारा डेटा तक पहुंच अमेरिकी नागरिकों के लिए खतरा हो सकता है।
- यह घटना वैश्विक स्तर पर तकनीकी कंपनियों के संचालन और सरकारी हस्तक्षेप के बीच संतुलन को लेकर एक महत्वपूर्ण उदाहरण बन गई।
टिकटॉक उपयोगकर्ताओं पर प्रभाव:
- टिकटॉक का प्रतिबंध अमेरिकी उपयोगकर्ताओं में असुरक्षा और निराशा का कारण बना। टिकटॉक के लाखों अमेरिकी उपयोगकर्ताओं ने प्रतिबंध का विरोध किया और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति:
- यह घटना अमेरिका और चीन के बीच तकनीकी प्रतिस्पर्धा और व्यापार युद्ध के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है। टिकटॉक पर प्रतिबंध ने चीनी तकनीकी कंपनियों को लेकर अमेरिका की रणनीति को उजागर किया।