Home Bihar सियासी लोग घर तक गए, किसी ने नहीं की मदद: गया की महिला को जिंदा जलाने का मामला; SSP ने दिए खाने-पहनने के सामान

सियासी लोग घर तक गए, किसी ने नहीं की मदद: गया की महिला को जिंदा जलाने का मामला; SSP ने दिए खाने-पहनने के सामान

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सियासी लोग घर तक गए, किसी ने नहीं की मदद: गया की महिला को जिंदा जलाने का मामला; SSP ने दिए खाने-पहनने के सामान

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गयाएक घंटा पहले

बीती 5 नवंबर को मैगरा थाना क्षेत्र के पंचमह गांव में डायन का आरोप लगा कर महिला को जिंदा जला दिया गया था। मामले में बेशक कानूनी कार्रवाई तेजी से चल रही है। लेकिन पीड़ित परिवार इन दिनों दाने-दाने को मोहताज है। मृतका के पति और उसके बच्चों के पास पहनने को गर्म कपड़े तक नहीं हैं। हालांकि पीड़ित परिवार के दरवाजे तक सियासी दुनिया के महारथी पुरसाहाल के लिए गए, पर किसी ने उनकी निजी स्तर से कोई मदद नहीं की।

सियासी महारथियों ने मीडिया के समक्ष फोटो खिंचवाया और कुछ सियासी लफ्ज पीड़ित परिवार के पक्ष में ऊंची आवाज में बोले। फिर वापस अपनी दुनिया में मशरूफ हो गए। लेकिन पीड़ित परिवार के डेली नीड्स की कमी को किसी ने दूर करने की इंसानियत नहीं दिखाई।

SSP ने निजी स्तर पर की मदद की पहल

इधर गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने आज अपने मातहतों से पीड़ित परिवार की मुफलिसी की जानकारी ली। निजी स्तर पर डेली नीड्स की कमी को दूर करने की कोशिश की। शुक्रवार को एसएसपी हरप्रीत कौर ने पीड़ित परिवार के लिए पूरे महीने की राशन सामग्री, ​​​​​​​ओढ़ने से लेकर पहनने तक के गरम कपड़े, साड़ी, पैंट-शर्ट दी। यही नहीं इस मदद में बच्चों के लिए टिफिन बॉक्स, स्नैक्स, बिस्कुट, स्कूल बैग, किताब, कॉपी, कलम पेंसिल और जूते-चप्पल भी शामिल हैं।

इस दौरान एसएसपी ने भास्कर से कहा कि यह काम मैंने निजी तौर पर किया है। जरूरत पड़ी तो आगे भी मदद की जाएगी।

सख्त मिजाज अधिकारी के तौर पर चर्चित हैं हरप्रीत कौर

एसएसपी हरप्रीत कौर सख्त मिजाज के होने के बावजूद कहीं न कहीं मजलूमों व सीनियर सिटीजन के प्रति सेवा भाव रखती हैं। पितृपक्ष के दौरान भी उन्होंने बुजुर्ग तीर्थयात्रियों की खुद सेवा में जुटी थीं। वह सेवा भाव शुक्रवार को भी पीड़ित परिवार के प्रति उनके स्तर से देखा गया।

एसएसपी ने बताया कि जब मैं जांच में पीड़ित परिवार के गांव गई थी तो मुझे उनके चेहरे व घर की मौजूदा स्थिति को देखते लगा था कि उन्हें तत्काल मदद की जरूरत है। बावजूद इसके मैंने एसडीपीओ इमामगंज से इस बाबत जानकारी जुटाई तो उन्होंने बताया कि वाकई में पीड़ित परिवार के सदस्य इन दिनों तमाम संकट से गुजर रहा है।

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