Home Bihar सीतामढ़ी के नदियों के जलस्तर बढ़ने से लोग भयभीत: जिला प्रशासन की भी नींद उड़ी, जिला मुख्यालय में स्थापित किया गया नियंत्रण कक्ष

सीतामढ़ी के नदियों के जलस्तर बढ़ने से लोग भयभीत: जिला प्रशासन की भी नींद उड़ी, जिला मुख्यालय में स्थापित किया गया नियंत्रण कक्ष

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सीतामढ़ी के नदियों के जलस्तर बढ़ने से लोग भयभीत: जिला प्रशासन की भी नींद उड़ी, जिला मुख्यालय में स्थापित किया गया नियंत्रण कक्ष

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सीतामढ़ीएक घंटा पहले

सीतामढ़ी के नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में जारी अधिक बारिश और जिले में हो रही लगातार बरसात की वजह से नदियों के जलस्तर में काफी वृद्धि हो गई है। जिले की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सीतामढ़ी की बागमती नदी, हरदी नदी, रातो नदी और लखनदेई नदी के जलस्तर में प्रतिदिन वृद्धि जारी है।

कई जगहों पर निचले इलाके के सरेह समेत अन्य जगहों पर पानी भी प्रवेश कर चुका है। जिससे अब बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि जिला नियंत्रण कक्ष के अनुसार अबतक जिले के सभी नदियों का जलस्तर नियंत्रण में है। संभावित बाढ़ के खतरे से लोग जहां भयभीत है। वहीं जिला प्रशासन में भी इसकी दहशत देखी जा रही है। परिणाम स्वरुप जिले में संभावित बाढ़ की स्थिति पर निगरानी रखने के लिए समाहरणालय स्थित जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा में जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना किया गया है। डीएम के आदेश पर नियंत्रण कक्ष को 24 घंटे संचालित कर दिया गया है। जिला नियंत्रण कक्ष में अलग-अलग तीन पालियों में अधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति की गई है।

डीएम मणेश कुमार मीणा द्वारा नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभारी अधिकारी के रूप में डीटीओ रविंद्र नाथ गुप्ता व प्रभारी अधिकारी के रूप में सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक निजु कुमार राम को जिम्मेवारी सौंपी हैं। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 06226-250316 है। बता दें कि अलग से एसडीआरएफ के दो कर्मियों को भी नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त किया गया है। डीएम ने बताया कि नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त कर्मियों के द्वारा प्रतिदिन वीडियो सीओ और तटबंध पर प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता समेत अन्य कर्मियों से बाढ़ के बारे में सूचना लेकर प्रभारी अधिकारी को सौंपेंगे।

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