Home Bihar सुल्तानगंज की खानपुर पंचायत में सड़क निर्माण का मामला: 70 लाख गबन के मामले में सिंचाई विभाग के दो इंजीनियरों पर 18 साल बाद चलेगी कार्यवाही

सुल्तानगंज की खानपुर पंचायत में सड़क निर्माण का मामला: 70 लाख गबन के मामले में सिंचाई विभाग के दो इंजीनियरों पर 18 साल बाद चलेगी कार्यवाही

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सुल्तानगंज की खानपुर पंचायत में सड़क निर्माण का मामला: 70 लाख गबन के मामले में सिंचाई विभाग के दो इंजीनियरों पर 18 साल बाद चलेगी कार्यवाही

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  • In The Case Of Embezzlement Of 70 Lakhs, Action Will Be Taken Against Two Engineers Of The Irrigation Department After 18 Years.

भागलपुर37 मिनट पहले

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प्रतीकात्मक तस्वीर। - Dainik Bhaskar

प्रतीकात्मक तस्वीर।

सड़क निर्माण में गड़बड़ी पर करीब 18 साल बाद अब लघु सिंचाई और सिंचाई विभाग के दाे इंजीनियर पर कार्यवाही चलेगी। दाेनाें इंजीनियराें पर करीब 70 लाख रुपए गबन का मामला है। इस मामले में सुल्तानगंज प्रखंड की खानपुर पंचायत के दौलतपुर गांव में 18 वर्ष पहले ग्रामीण रोजगार योजना के तहत सड़क निर्माण किया गया था। इसमें दाेनाें इंजीनियराें ने बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता बरती है। इस आरोप में तत्कालीन बीडीओ ने बाथ थाना में 25 अगस्त 2005 को नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में तत्कालीन जूनियर इंजीनियर निरंजन कुमार सिंह को आरोपी बनाया गया था। थाने में दर्ज केस संख्या 23-2005 में अभियोजन की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव एसएसपी की ओर से डीएम काे भेजा गया। वहां लंबे समय तक मामला अटका रहा।

इसके बाद अब इस मामले में एक बार फिर से फाइल खुली और अभियाेजन स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू की गई। लेकिन जिला प्रशासन काे यह पता नहीं चल पा रहा था कि वे दाेनाें इंजीनियर किस विभाग के हैं। इसके बाद जिला प्रशासन ने सामान्य प्रशासन विभाग काे पत्र भेजकर उन दाेनाें के बारे में जानकारी मांगी। लेकिन वहां से बताया गया कि ये दाेनाें किस विभाग के हैं, इसके बारे में जानकारी नहीं है। इसके बाद सुल्तानगंज प्रखंड कार्यालय से जानकारी मांगी गई ताे पता चला कि लघु सिंचाई और सिंचाई विभाग का इंजीनियर है। फिर सिंचाई विभाग काे लिखा गया। वहां काफी समय तक फाइल अटकी रही। इसके बाद उसके बारे में पता चला। इसके साथ ही सिंचाई विभाग की ओर से उससे संबंधित जानकारी की रिपाेर्ट दी गई। अब इसके लिए इन दाेनाें के खिलाफ अभियाेजन की स्वीकृति दे दी गई है। इनमें से एक इंजीनियर सेवानिवृत्त भी हाे चुके हैं।

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