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ताइवान की सेना को भर्ती और जनसांख्यिकीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है |

ताइवान इस समय गंभीर सैन्य चुनौतियों का सामना कर रहा है, खासकर चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच। सेना में सैनिकों की कमी और अन्य कारकों के चलते देश की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंताएं पैदा हो रही हैं। आइए इस स्थिति का विश्लेषण करते हैं:


ताइवान की सैन्य भर्ती से जुड़ी समस्याएं

  1. जनसंख्या में गिरावट:
    • ताइवान में दुनिया की सबसे कम जन्म दर है, जिससे युवाओं की भर्ती योग्य संख्या लगातार घट रही है।
    • यह जनसांख्यिकीय समस्या सैन्य भर्ती पर दीर्घकालिक दबाव डाल रही है।
  2. स्वयंसेवी सेना पर निर्भरता:
    • ताइवान ने 2018 में एक पेशेवर, स्वयंसेवी सेना मॉडल अपनाया, जिससे अनिवार्य सैन्य सेवा पर निर्भरता कम हो गई।
    • हालांकि, कम वेतन और कठिन कार्य स्थितियों के कारण भर्ती लक्ष्य पूरे नहीं हो रहे हैं।
  3. सार्वजनिक धारणा और सैन्य करियर:
    • सैन्य सेवा को ताइवान के कई युवा एक आकर्षक करियर विकल्प के रूप में नहीं देखते।
    • निजी क्षेत्र में बेहतर अवसर और परिवारों की सुरक्षा चिंताएं भर्ती को और प्रभावित करती हैं।
  4. अनुभवी सैनिकों की कमी:
    • अनुभवी सैनिकों को सेना में बनाए रखना कठिन हो रहा है।
    • सेवानिवृत्ति या अनुबंध पूरा होने के कारण ऑपरेशनल तैयारियों पर प्रभाव पड़ रहा है।

सुरक्षा चिंताओं में वृद्धि

  1. चीन से सैन्य खतरा:
    • चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने ताइवान के पास सैन्य अभ्यास बढ़ा दिए हैं, जिससे संघर्ष का जोखिम बढ़ रहा है।
    • PLA की संख्या और तकनीकी श्रेष्ठता ताइवान की सेना के लिए सीधा खतरा है।
  2. अमेरिका-ताइवान सहयोग:
    • ताइवान सैन्य उपकरणों और रणनीतिक समर्थन के लिए अमेरिका पर निर्भर है।
    • सहयोग और प्रशिक्षण से मदद मिल रही है, लेकिन यह एक मजबूत सेना की जगह पूरी तरह नहीं ले सकता।
  3. रिजर्व बल प्रणाली:
    • ताइवान ने अपने रिजर्व सैनिकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुधार किया है।
    • हालांकि, इन उपायों की प्रभावशीलता पर सवाल उठ रहे हैं।

सरकार द्वारा उठाए गए कदम

  1. अनिवार्य सैन्य सेवा की बहाली:
    • 2022 में, ताइवान ने अनिवार्य सैन्य सेवा की अवधि 4 महीने से बढ़ाकर 1 साल कर दी, जो 2024 से लागू होगी।
    • यह कदम सक्रिय ड्यूटी बल को मजबूत करने और अधिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए उठाया गया है।
  2. भर्ती प्रोत्साहन:
    • सरकार ने वेतन बढ़ाया है और भर्ती के लिए अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान की हैं।
    • सेना में करियर विकास के अवसरों को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
  3. आधुनिकीकरण प्रयास:
    • ताइवान अपनी रक्षा तकनीकों, जैसे मिसाइल सिस्टम, ड्रोन और नौसेना उपकरणों, में निवेश कर रहा है।
    • असममित युद्ध (Asymmetric Warfare) रणनीतियों पर जोर दिया जा रहा है, जिसमें उच्च तकनीक और उन्नत युद्ध रणनीतियों का उपयोग शामिल है।

 

ताइवान की सेना को भर्ती और जनसांख्यिकीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार इस कमी को पूरा करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। हालांकि, इन उपायों के परिणाम आने में समय लगेगा। ताइवान स्ट्रेट में बढ़ते तनाव को देखते हुए, एक सक्षम और तैयार सेना का होना ताइवान की सुरक्षा और रणनीतिक रक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।