अभिजीत भट्टाचार्य ने उदित नारायण का समर्थन किया, किसिंग विवाद पर प्रतिक्रिया दी |
गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने उदित नारायण का समर्थन किया है, जो हाल ही में एक किसिंग विवाद में फंसे थे। इस विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब उदित नारायण ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान महिला फैन को गाल पर किस किया। इस घटना के बाद, सोशल मीडिया और मीडिया में किसिंग का मामला चर्चा का विषय बन गया था और कई लोगों ने इसे अनुचित और अवांछनीय करार दिया। हालांकि, अभिजीत भट्टाचार्य ने इस पूरे विवाद पर अपने विचार साझा करते हुए उदित नारायण का बचाव किया।
क्या हुआ था?
इस घटना के दौरान, उदित नारायण एक संगीत कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे, जब एक महिला फैन ने उन्हें मिलने और उनके साथ तस्वीर खिंचवाने की इच्छा जताई। इस दौरान, नारायण ने महिला को गाल पर किस किया, जिसे देखकर कुछ लोगों ने इसे अनावश्यक और गलत माना। कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने इसे एक संवेदनशील मामला बताते हुए नारायण को आलोचना का शिकार बना दिया।
अभिजीत भट्टाचार्य का समर्थन
अभिजीत भट्टाचार्य ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उदित नारायण का इरादा कभी गलत नहीं था। उन्होंने इस कृत्य को सहज और सच्चे प्रशंसा का रूप बताया, जो कि किसी स्टार द्वारा अपने फैन को दिखाई गई हार्दिकता हो सकती है। अभिजीत ने यह भी कहा कि कभी-कभी ऐसे मामलों को अतिशयोक्तिपूर्ण तरीके से लिया जाता है, जबकि वास्तविकता यह है कि उदित नारायण एक सम्मानित और अनुभवी कलाकार हैं, और उनका उद्देश्य कभी किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था।
अभिजीत ने यह भी कहा कि इस घटना को अधिक तूल देना सही नहीं है। उन्होंने यह तर्क भी दिया कि पब्लिक फिगर्स के प्रति फैंस की भावनाओं और श्रद्धा को अक्सर गलत समझा जाता है। कभी-कभी नियंत्रण से बाहर की प्रतिक्रिया से घटनाओं को अनावश्यक रूप से बढ़ा दिया जाता है। अभिजीत का यह कहना था कि यह घटना निजी और हल्की फुल्की थी, और इसे बिना किसी विवाद के छोड़ देना चाहिए था।
अभिजीत का तर्क: सेलिब्रिटी की निजता का सम्मान होना चाहिए
अभिजीत ने गायक के निजी जीवन की निजता (privacy) का भी बचाव किया। उनका मानना था कि सेलिब्रिटीज का व्यक्तिगत जीवन और उनके द्वारा की गई छोटी-छोटी चीज़ें उनके सार्वजनिक व्यक्तित्व का हिस्सा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर उदित नारायण ने किसी को सम्मान और स्नेह दिया, तो यह उनके व्यक्तित्व की विशेषता है और उसे बुरा नहीं माना जाना चाहिए।
सार्वजनिक आलोचना का खतरा
अभिजीत ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक आलोचना के बढ़ते प्रभाव पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आजकल के दौर में सोशल मीडिया पर एक छोटी सी घटना को भी तूल दिया जाता है, और कुछ मामलों में तो बिना उचित संदर्भ के आलोचना की जाती है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि ऐसी घटनाओं में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत अनुभव और भावनाओं का मामला है।
यह पूरा विवाद इस बात को लेकर चर्चा का विषय बना है कि सेलिब्रिटीज की व्यक्तिगत सीमाओं का सम्मान किया जाना चाहिए, और उनकी निजता का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। साथ ही, यह भी सवाल उठता है कि क्यों हम किसी भी सार्वजनिक हस्ती को उनके एक छोटे से कृत्य के लिए घेरते हैं, जबकि वह कृत्य हमेशा नैतिक रूप से गलत नहीं होता।