22 दिन बाद पाकिस्तान की हिरासत से BSF जवान पूर्णम कुमार शॉ की वतन वापसी
अटारी, अमृतसर | 14 मई 2025:
बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवान पूर्णम कुमार शॉ को मंगलवार सुबह करीब 10:30 बजे पाकिस्तान रेंजर्स ने अटारी बॉर्डर के संयुक्त चेक पोस्ट पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया। वह पिछले 22 दिनों से पाकिस्तान की हिरासत में थे।
पूर्णम कुमार शॉ, पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिशड़ा के निवासी हैं और बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात हैं। 23 अप्रैल को वह पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में जल्लोके पोस्ट के पास ड्यूटी के दौरान गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर गए थे। उस समय वह वर्दी में थे और उनके पास उनकी सेवा राइफल भी थी। पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया था।
बीएसएफ ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए पाकिस्तान रेंजर्स से लगातार संवाद किया और फ्लैग मीटिंग्स के ज़रिए प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। आखिरकार 14 मई को उन्हें शांतिपूर्वक भारत को सौंप दिया गया।
वापसी के बाद भारतीय अधिकारियों ने उन्हें डिबार्फिंग के लिए हिरासत में लिया और उनकी जांच-पड़ताल की जा रही है।
उनके पिता, भोलेनाथ शॉ, जो एक सेवानिवृत्त बैंककर्मी हैं, ने बेटे की सुरक्षित वापसी पर राहत जताई। उन्होंने कहा, “जब बेटे की वापसी की खबर मिली, तो यकीन ही नहीं हुआ।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी शॉ की रिहाई पर खुशी जताई और कहा कि वह इस पूरे दौरान परिवार के संपर्क में थीं और अब उनकी सुरक्षित वापसी से संतोष हुआ है।
यह घटना दिखाती है कि कैसे राजनयिक और सैन्य स्तर की बातचीत से सीमा पार हुई घटनाओं का शांतिपूर्ण समाधान संभव है।