MH370: लापता विमान में गई पत्नी की यादें आज भी करती हैं परेशान

पुणे के प्रह्लाद शिरसाट, जिनकी पत्नी क्रांति 239 यात्रियों में शामिल थीं, जो मलेशिया एयरलाइंस फ्लाइट MH370 के साथ लापता हो गए थे, ने अपनी भावनाओं को साझा किया। उन्होंने बताया कि 10 साल बीत जाने के बाद भी यह रहस्य उन्हें आज भी सता रहा है।

अनसुलझे सवालों का दर्द

शिरसाट ने बताया कि पहले तीन साल तक उन्हें उम्मीद थी कि उनकी पत्नी और बाकी यात्री किसी न किसी तरह मिल जाएंगे। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, उन्हें और उनके परिवार को यह स्वीकार करना पड़ा कि शायद अब कभी सच्चाई सामने नहीं आएगी। उन्होंने कहा, “सबसे ज्यादा तकलीफ इस बात की है कि हमें पता ही नहीं चला कि आखिर हुआ क्या था। जब लोग पूछते हैं, तो मैं जवाब नहीं दे पाता।”

MH370 hunt to resume with up to $70M reward for wreckage

Source : BBC

MH370 में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के लिए यह दर्द अलग तरह का है, क्योंकि यह एक सामान्य हादसा नहीं था, जिसमें अंतिम संस्कार या कोई ठोस सबूत होता। अनिश्चितता के कारण उनका दुख और बढ़ जाता है।

MH370 का रहस्य

8 मार्च 2014 को MH370 कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा था, लेकिन उड़ान के कुछ समय बाद ही विमान अपने तय रास्ते से हट गया। विमान ने कई घंटे हिंद महासागर के ऊपर उड़ान भरी और फिर अचानक गायब हो गया

यह अब तक की सबसे बड़ी और महंगी खोजों में से एक रही, लेकिन मुख्य मलबा कभी नहीं मिला। सिर्फ कुछ टुकड़े हिंद महासागर के अलग-अलग द्वीपों (Réunion, Madagascar) पर मिले, लेकिन वे पर्याप्त नहीं थे यह समझने के लिए कि वास्तव में विमान के साथ क्या हुआ था।

इस घटना को लेकर कई सिद्धांत सामने आए – कुछ लोग इसे तकनीकी खराबी, तो कुछ पायलट की साजिश, हाईजैकिंग या जानबूझकर विमान गिराने की घटना मानते हैं। लेकिन अभी तक कोई पक्के सबूत नहीं मिले हैं।

नई खोज की उम्मीद

अब, MH370 की 10वीं बरसी के मौके पर इसे फिर से खोजने की चर्चा हो रही है। अमेरिकी कंपनी Ocean Infinity ने उन्नत तकनीक की मदद से एक और समुद्री खोज अभियान शुरू करने की इच्छा जताई है। मलेशियाई सरकार ने भी संकेत दिया है कि अगर कोई ठोस सुराग मिलता है, तो जांच फिर से शुरू हो सकती है।

शिरसाट जैसे परिवारों के लिए यह खबर एक उम्मीद की किरण भी है और एक नई चिंता भी। वे जवाब चाहते हैं, लेकिन अगर यह खोज भी खाली हाथ रह गई, तो उनके घाव फिर से हरे हो सकते हैं।

भावनात्मक असर

इन 10 सालों में शिरसाट और उनके जैसे कई लोगों ने आगे बढ़ने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, “समय के साथ हमने इसे स्वीकार कर लिया, लेकिन दर्द कभी खत्म नहीं होता।”

जैसे-जैसे MH370 की बरसी करीब आ रही है, पुरानी यादें फिर ताजा हो रही हैं। यह हादसा आज भी विमानन इतिहास का सबसे बड़ा रहस्य बना हुआ है, और पीड़ित परिवार अब भी किसी ठोस जवाब की उम्मीद में जी रहे हैं।