Home Business Modi Government की लगी लॉटरी, टैक्स से भर गया खजाना, डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 23.51 फीसदी बढ़ा

Modi Government की लगी लॉटरी, टैक्स से भर गया खजाना, डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 23.51 फीसदी बढ़ा

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Modi Government की लगी लॉटरी, टैक्स से भर गया खजाना, डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 23.51 फीसदी बढ़ा

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Direct Tax Collection: चालू वित्त वर्ष में सितंबर मध्य तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (net direct tax collection) 23.51 फीसदी बढ़कर 8.65 लाख करोड़ रुपये रहा है. वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने यह जानकारी देते हुए कहा कि कंपनियों की ओर से अधिक अग्रिम कर भुगतान की वजह से प्रत्यक्ष कर संग्रह (Direct tax collection) में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है. इस दौरान अग्रिम कर भुगतान 21 फीसदी बढ़ा है.

जारी हो गया है आंकड़ा

आंकड़ों के मुताबिक, नेट टैक्स कलेक्शन चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमान 18.23 लाख करोड़ रुपये का 47.45 फीसदी रहा है. पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.61 लाख करोड़ रुपये रहा था. बता दें एडवांस टैक्स की दूसरी किस्त के भुगतान की अंतिम तिथि 15 सितंबर थी.

मंत्रालय ने जारी किया बयान

मंत्रालय ने बयान में कहा कि 16 सितंबर तक 8,65,117 करोड़ रुपये के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Direct Tax Collection) में 4,16,217 करोड़ रुपये का कॉरपोरेट आयकर (CIT) और प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) सहित 4,47,291 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर (PIT) शामिल है.

16 सितंबर तक कितना रहा कलेक्शन?

बयान के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के लिए 16 सितंबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (net direct tax collection) 23.51 फीसदी अधिक रहा है.

इनकम टैक्स विभाग ने जारी किया रिफंड

चालू वित्त वर्ष में सितंबर मध्य तक एडवांस टैक्स पेमेंट 21 फीसदी बढ़कर 3.55 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2.94 लाख करोड़ रुपये था. एडवांस टैक्स पेमेंट 16 सितंबर तक 3.55 लाख करोड़ रुपये रहा, जिसमें सीआईटी 2.80 लाख करोड़ रुपये और पीआईटी 74,858 करोड़ रुपये है. समीक्षाधीन अवधि में आयकर विभाग ने करीब 1.22 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है.

18.29 फीसदी बढ़ा कलेक्शन

मंत्रालय ने कहा कि कुल मिलाकर वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.29 फीसदी बढ़कर 9.87 लाख करोड़ रुपये है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 8.34 लाख करोड़ रुपये था.

इनपुट – भाषा एजेंसी 

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