दिल्ली चुनाव 2025: 27 साल बाद बीजेपी की ऐतिहासिक वापसी
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में प्रचंड जीत दर्ज करते हुए 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है। पार्टी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई।
यह जीत बीजेपी के लिए एक बड़ा राजनीतिक मोड़ है, क्योंकि 1998 के बाद यह पहली बार है जब पार्टी दिल्ली की सत्ता में वापसी कर रही है। इस जीत से पार्टी की राज्यसभा में पकड़ मजबूत होगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को और मजबूती मिलेगी।
चुनाव नतीजों की मुख्य बातें
- बीजेपी: 48 सीटें (स्पष्ट बहुमत)
- आप: 22 सीटें (पिछले चुनाव की तुलना में भारी नुकसान)
- कांग्रेस: 0 सीटें (फिर से कोई असर नहीं)
- मतदान प्रतिशत: करीब 60%, 2020 के मुकाबले कम (62.6%)
बीजेपी की जीत के पीछे की बड़ी वजहें
1. आप सरकार के खिलाफ गुस्सा (एंटी-इनकंबेंसी)
अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ जनता में नाराजगी थी।
- पानी संकट, प्रदूषण और आर्थिक कुप्रबंधन जैसे मुद्दों ने AAP को कमजोर किया।
- केजरीवाल और अन्य नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप, खासकर शराब नीति घोटाले, से पार्टी की छवि को नुकसान हुआ।
2. बीजेपी की कल्याणकारी योजनाएं
बीजेपी ने चुनाव में कई लाभकारी योजनाएं पेश कीं, जिनका जनता पर असर पड़ा:
- गरीबों, बुजुर्गों और महिलाओं को आर्थिक सहायता
- रसोई गैस पर सब्सिडी
- बेहतर सड़कें, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का वादा
3. मोदी फैक्टर और स्थानीय नेतृत्व
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई रैलियां कर चुनाव को हाईप्रोफाइल बना दिया।
- बीजेपी ने स्थानीय नेताओं को आगे रखा, जिससे पार्टी का संगठन मजबूत हुआ।
4. कांग्रेस का खराब प्रदर्शन
कांग्रेस फिर से एक भी सीट नहीं जीत पाई, जिससे उसका वोटबैंक पूरी तरह बीजेपी के पक्ष में चला गया।
चुनावी नतीजों पर प्रतिक्रियाएं
बीजेपी
- पीएम नरेंद्र मोदी: “दिल्ली ने विकास के लिए वोट दिया है। जनता ने बीजेपी पर भरोसा किया है, और हम उसे पूरा करेंगे।”
- अमित शाह: “AAP की भ्रष्टाचारी राजनीति को जनता ने नकार दिया। अब दिल्ली में सच्चा शासन आएगा।”
AAP
- अरविंद केजरीवाल: “हम जनता के फैसले का सम्मान करते हैं। अपनी गलतियों की समीक्षा करेंगे और मजबूत होकर वापसी करेंगे।”
कांग्रेस
- कांग्रेस ने चुनाव नतीजों पर ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन पार्टी में आंतरिक सुधार की जरूरत मानी जा रही है।
आगे क्या होगा?
- बीजेपी जल्द ही मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेगी।
- केजरीवाल की राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं – क्या वह AAP के नेतृत्व में बने रहेंगे?
- कांग्रेस को पुनर्गठन की जरूरत है, नहीं तो दिल्ली में उसका कोई भविष्य नहीं रहेगा।
दिल्ली की राजनीति में यह ऐतिहासिक बदलाव है। अब सबकी नजर इस पर होगी कि बीजेपी अपने वादों को कितना पूरा करती है।