भारत-अमेरिका टैरिफ विवाद: किन उद्योगों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर
ट्रम्प द्वारा लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ (प्रतिस्परधात्मक शुल्क) से कुछ खास भारतीय उद्योगों पर सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं कौन-कौन से सेक्टर प्रभावित होंगे:
1️⃣ आईटी और टेक्नोलॉजी (IT & Tech Sector)
- भारत की सॉफ्टवेयर और आईटी सेवाओं का अमेरिका सबसे बड़ा ग्राहक है।
- अगर अमेरिका आउटसोर्सिंग कंपनियों पर नया टैक्स लगाता है, तो TCS, Infosys, Wipro जैसी कंपनियों की कमाई प्रभावित हो सकती है।
- भारतीय स्टार्टअप्स और टेक कंपनियों को भी अमेरिकी बाजार में कठिनाइयाँ हो सकती हैं।
2️⃣ फार्मा और मेडिकल डिवाइसेस (Pharmaceutical & Medical Devices)
- अमेरिका भारतीय दवाओं और मेडिकल उपकरणों का बड़ा खरीदार है।
- यदि टैरिफ बढ़ते हैं, तो ड्रग मैन्युफैक्चरर्स (Sun Pharma, Cipla, Dr. Reddy’s) के लिए अमेरिका को निर्यात महंगा हो सकता है।
- इससे भारतीय जेनेरिक दवाओं की बिक्री कम हो सकती है।
3️⃣ ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स (Automobile & Auto Parts)
- भारत से अमेरिका को ऑटो पार्ट्स और टू-व्हीलर निर्यात होता है।
- अगर अमेरिका इन पर उच्च शुल्क लगाता है, तो Bajaj, Hero, TVS जैसी कंपनियों को नुकसान हो सकता है।
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV) कंपनियों पर भी असर पड़ सकता है।
4️⃣ कृषि उत्पाद (Agriculture & Food Exports)
- अमेरिका भारत से मसाले, चाय, कॉफी, बासमती चावल और समुद्री उत्पाद आयात करता है।
- टैरिफ बढ़ने से भारतीय किसानों और एग्री-एक्सपोर्ट कंपनियों पर असर होगा।
- इससे अमेरिकी बाजार में भारतीय सामान महंगा हो सकता है, जिससे बिक्री घट सकती है।
5️⃣ जेम्स और ज्वेलरी (Gems & Jewelry)
- अमेरिका भारत से सोने-चाँदी के गहने और डायमंड का सबसे बड़ा खरीदार है।
- टैरिफ बढ़ने से सूरत और मुंबई के ज्वेलरी मैन्युफैक्चरर्स पर असर पड़ेगा।
- डायमंड पॉलिशिंग और एक्सपोर्ट करने वाले बिजनेस को भी झटका लग सकता है।
6️⃣ टेक्सटाइल और गारमेंट्स (Textile & Apparel)
- अमेरिका भारतीय कपास, रेडीमेड गारमेंट्स और हैंडलूम उत्पादों का बड़ा ग्राहक है।
- उच्च टैरिफ से भारत का गारमेंट एक्सपोर्ट महंगा हो सकता है, जिससे कपड़ा उद्योग को झटका लग सकता है।
क्या भारत जवाबी टैरिफ लगाएगा?
भारत भी अमेरिका से कई सामान आयात करता है, जैसे:
- अमेरिकन बादाम और सेब
- बोइंग एयरक्राफ्ट और डिफेंस इक्विपमेंट
- पेट्रोलियम और केमिकल उत्पाद
अगर भारत भी जवाबी टैरिफ लगाता है, तो अमेरिकी एक्सपोर्टर्स को नुकसान हो सकता है।
भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद व्यापारिक संबंधों को जटिल बना सकता है। हालांकि, दोनों देश बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश कर सकते हैं ताकि व्यापार को नुकसान न हो।